Teacher Protest MP: नियुक्ति तिथि बार-बार बदलने के फैसले ने प्रदेश के शिक्षकों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है. इसी विरोध को जताने के लिए राज्य शिक्षक संघ ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि उनकी वरिष्ठता और पेंशन से जुड़े हक प्रभावित न हों.
नियुक्ति तिथि बदलने पर शिक्षक नाराज
शिक्षक नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार और शिक्षा विभाग लगातार नियुक्ति की तारीखों में बदलाव कर रहे हैं. इससे उनकी वरिष्ठता पर सीधा असर पड़ रहा है और वर्षों की सेवा अचानक कम मान ली जा रही है. उन्हें डर है कि इस प्रक्रिया से भविष्य में प्रमोशन और अन्य सेवा लाभ भी प्रभावित होंगे.
2018 के आदेश पर सबसे ज्यादा आपत्ति
संघ प्रतिनिधियों के मुताबिक, वर्ष 2018 में जारी एक आदेश के बाद अधिकतर शिक्षकों की सेवा अवधि को 2018 से गिना जा रहा है. जबकि कई शिक्षक इससे काफी पहले नियुक्त हो चुके थे. उनका आरोप है कि 2018 से पहले की सारी सेवा को शून्य मान लेना न केवल गलत है, बल्कि इससे उनकी मेहनत और वर्षों की लगन पर पानी फिर रहा है.
वरिष्ठता और आर्थिक लाभ पर असर
शिक्षकों का कहना है कि पुरानी सेवा को न मानने से उनकी सीनियरिटी, ग्रेच्युटी, पेंशन और प्रमोशन सभी पर असर पड़ रहा है. कई शिक्षकों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. उनका तर्क है कि यह बदलाव, पूरी तरह से उनके अधिकारों और भविष्य से खिलवाड़ जैसा है.
शिक्षक नेता ने नाराज़गी जाहिर की
राज्य शिक्षक संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष प्रेम नारायण परिहार ने कहा कि “बार-बार नियुक्ति की तिथियां बदलने से हमारी वरिष्ठता खत्म हो रही है. 2018 से पहले की सारी सेवा को शून्य माना जा रहा है. इससे हमारी पेंशन, ग्रेच्युटी और भविष्य पर असर पड़ रहा है.”
ऑनलाइन अटेंडेंस से भी परेशान शिक्षक
नियुक्ति तिथि की समस्या के साथ-साथ शिक्षकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम पर भी गंभीर सवाल उठाए. उनका कहना है कि कई बार नेटवर्क की समस्या के कारण समय से स्कूल पहुंचने के बावजूद हाजिरी लग ही नहीं पाती और इसका सीधा असर उनके वेतन पर पड़ता है.
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नेटवर्क समस्या से पढ़ाई भी प्रभावित
शिक्षकों का आरोप है कि उन्हें पढ़ाने के बजाय हाजिरी ऐप में समय लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है. वे कहते हैं कि नेटवर्क दिक्कत के कारण बार-बार ऐप में लॉगिन करना पड़ता है, जिससे शिक्षण कार्य बाधित होता है और बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होता है.
संघ प्रतिनिधि की प्रतिक्रिया
शिक्षक राजेश दीक्षित ने कहा कि हम समय पर स्कूल पहुंचते हैं, लेकिन नेटवर्क की वजह से अटेंडेंस नहीं लग पाती और सीधा वेतन काट लिया जाता है. इससे पढ़ाई का भी नुकसान हो रहा है.
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