Success Story: राजस्थान की बहनों व मध्य प्रदेश के भाई-बहन ने रचा इतिहास, एक साथ बने अफसर

Success Story: भाई-बहन की सफलता की एक दुर्लभ और प्रेरक कहानी. RAS 2023 Result में राजस्थान की दो बहनें, Shilu और Neetu Dhabai, और मध्य प्रदेश के भाई-बहन, Sameeksha और Siddharth Jain, ने एक साथ MPPSC Exam पास की.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
मध्य प्रदेश के भाई-बहन, समीक्षा और सिद्धार्थ जैन.

Succsess Story:  राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी (RAS) परीक्षा 2023 का अंत‍िम पर‍िणाम जारी कर द‍िया, ज‍िसमें दो सगी बहनों, शीलू और नीतू, ने भी बाजी मारी है. इन जैसी सक्‍सेस स्‍टोरी मध्य प्रदेश के भाई-बहन की भी है, जिन्होंने MPPSC परीक्षा में एक साथ अफसर बनने का गौरव हासिल किया.

RAS में शीलू धाबाई ने अति पिछड़ा वर्ग (MBC) कैटेगरी में दूसरी रैंक और उनकी बहन नीतू धाबाई ने इसी कैटेगरी में छठी रैंक हासिल की. ये बहनें जयपुर के बस्सी की रहने वाली हैं, जबकि मध्य प्रदेश में पहले ही प्रयास में बिना किसी कोचिंग के MPPSC की परीक्षा क्रैक करने वाली यह भाई-बहन की जोड़ी सागर जिले के शाहगढ़ की रहने वाली है. 

शीलू धाबाई नीतू धाबाई का आरएएस 2023 चयन

NDTV MP-CG से बातचीत में शाहगढ़ के कपड़ा व्यापारी संजय जैन कहते हैं, "मुझे खुशी है कि मेरी पहचान अब मेरे बेटे-बेटी की सफलता से भी है."

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2020 में आयोजित परीक्षा का परिणाम 2023 में घोषित हुआ था. तब बेटी समीक्षा जैन डिप्टी कलेक्टर बनीं और बेटा सिद्धार्थ जैन शिक्षा विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर नियुक्त हुए. फिलहाल समीक्षा जैन पन्ना में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर और सिद्धार्थ जैन टीकमगढ़ शिक्षा विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. संभवतः यह मध्य प्रदेश की पहली ऐसी सफलता की कहानी है, जिसमें सगे भाई-बहन एक साथ PCS अफसर बने हैं.

छात्रावास में रहकर की तैयारी

समीक्षा जैन ने सागर यूनिवर्सिटी से बी.फार्मा और सिद्धार्थ जैन ने जबलपुर से BSC की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद दोनों भाई-बहन ने PCS अधिकारी बनने की तैयारी शुरू की. दोनों ने जबलपुर के एक छात्रावास में रहकर प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी की और बाद में इंदौर में रहकर मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी की.

Advertisement

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में समीक्षा जैन ने 15वीं रैंक और उनके छोटे भाई सिद्धार्थ जैन ने 66वीं रैंक हासिल की. संजय जैन ने बताया कि समीक्षा और सिद्धार्थ को उनके मामा अजीत सिंघई से प्रेरणा मिली, जो अक्सर कहते थे, “तुम दोनों को अफसर बनना है.”