Kranti Goud Interview: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुंदेलखंड का नाम देश नहीं विदेश में भी रोशन करने वाली सबसे कम उम्र 21 साल की महिला खिलाड़ी ने अपनी तेज गेंदबाजी से इंग्लैंड की टीम को धूल चटा देने वाली क्रांति गौड़ ने एक नया इतिहास रच दिया है. यह छतरपुर (Chhatarpur) जिले के घुवारा नगर की रहने वाली है, जिनका सबसे ज्यादा नाता टीकमगढ़ जिले से रहा है. इन्होंने टीकमगढ़ के ग्राउंड पर 4 से लेकर 5 मैच खेले हैं. आज इनको जो उपलब्धि मिली है, उसमें टीकमगढ़ जिले का भी सहयोग रहा है.
वर्ल्ड कप की तैयारी जोरों से जारी
क्रांति का कहना है कि जैसे इंग्लैंड में उन्होंने और उनकी टीम कप्तान हरमन ने मेहनत की, वैसे ही अब जो वर्ल्ड कप होने जा रहा है, उसकी तैयारी जोरों पर होगी और यह वर्ल्ड कप इंडिया 100 प्रतिशत जीत कर लाएगी. उन्होंने कहा, 'बेटियों को आगे बढ़ाने में उनके परिजन साथ नहीं देते तो आज वो यहां नहीं पहुंचती. बेटियों में जज्बा ओर हौसला बहुत होता है. क्रांति ने बुंदेलखंड के उन लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह अपनी बेटियों को आगे बढ़ने दे और बाहर खेलने भेजे.'
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छोटे शहरों के खिलाड़ी भी जा सकते नेशनल टीम में
क्रांति का कहना है कि खिलाड़ी छोटे शहरों के फील्ड से भी तैयारी करके आगे बढ़कर नेशनल खिलाड़ी बन सकते हैं. जब उनसे पूंछा गया कि 6 विकेट लेकर चमत्कार किया, तो उनका कहना था कि ये सब हौशला देने का काम हरमन जी का रहा. क्योंकि इंग्लैंड में खेलते वक्त कभी-कभी मनोबल डाउन हुआ. लेकिन, हरमन जी का साथ पाकर हौसला डबल हो गया था.
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