MP के इस धाम के लड्डू पर उठे सवाल, तो 'दीदी' ने कहा- "ईमानदारी और पूरी शुद्धता से.... "

सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा के रेहटी तहसील में बने प्रसिद्ध देवी धाम सलकनपुर में प्रसाद के रूप में बेचे जाने वाले प्रसाद को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. देवी धाम सलकनपुर मां विजयासन धाम में लड्डू पर उठे सवाल अजीब तरह की गंध आ रही है.

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MP News : तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद में मिलावट का मामला शांत हुआ नहीं था कि सीहोर जिले के देवी धाम में बेचे जाने वाले लड्डुओं को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. जी हां, आपने सही पढ़ा. सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा के रेहटी तहसील में बने प्रसिद्ध देवी धाम सलकनपुर में प्रसाद के रूप में बेचे जाने वाले प्रसाद को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. देवी धाम सलकनपुर मां विजयासन धाम में लड्डू पर उठे सवाल अजीब तरह की गंध आ रही है जिसकी शिकायत कलेक्टर सीहोर से की गई है. दरअसल, मध्य प्रदेश अजीविका मिशन की बहनें कई वर्षों से देवी धाम परिसर में काउंटर लगाकर बेसन के लड्डू भक्तों को प्रसाद के रूप में बेचती थीं. इस प्रसाद केंद्र की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी.

जानिए मामला?

हाल ही में, 23 सितंबर को मंदिर समिति ने कलेक्टर और एसपी को एक आवेदन दिया, जिसमें मंदिर परिसर से अजीविका मिशन के स्टॉल को हटाने की मांग की गई है. इस मामले पर जब मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश उपाध्याय से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि अजीविका मिशन के स्टॉल पर बेचे जाने वाले लड्डुओं की गुणवत्ता को लेकर कुछ शिकायतें मिली थीं. इसके अलावा, इन पैकेटों पर देवी धाम का नाम लिखा होता है जिससे मंदिर की छवि प्रभावित हो रही है.

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जब NDTV की टीम पहुंचीं तो सामने आया ये

वहीं, जब NDTV  की टीम ने प्रसाद केंद्र का दौरा किया, तो वहां की स्थिति कुछ और ही नजर आई. केंद्र की प्रमुख रजनी दीदी ने बताया कि उनके लड्डू में कोई अमानक सामग्री नहीं है. उन्होंने कहा, "हम बेसन की दाल खुद निर्मित करते हैं और लड्डुओं को नोवा घी के साथ पूरी शुद्धता से बनाते हैं. अजीविका केंद्र की स्व-सहायता समूह की बहनें पूरी मेहनत से काम कर रही हैं और किसी भी शिकायत को नकारती हैं. "

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केंद्र की दीदी ने बताया- "हम ईमानदारी से"

रजनी दीदी ने यह भी बताया कि अगर यह केंद्र बंद हो जाता है तो अजीविका मिशन की बहनों का लाखों रुपये का नुकसान हो जाएगा. लड्डू की गुणवत्ता पर उठे सवालों के बावजूद, मिशन की बहनों का मानना है कि वे पूरी सच्चाई और ईमानदारी और शुद्धता से ही प्रसाद तैयार करती हैं. हालांकि इस विवाद में अब देखना होगा कि क्या इन लड्डुओं की बिक्री जारी रहेगी या नहीं.

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