देवास जिले के सतवास नगर के वार्ड-5 में बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हालात बेकाबू हो गए. सतवास तहसीलदार अरविंद दिवाकर नगर परिषद और पुलिस बल की संयुक्त टीम के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे. कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण हटाए जा रहे मकान के मालिक संतोष व्यास और उसकी पत्नी ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई. इसके बाद कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने तहसीलदार और मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है.
उस दौरान दंपती द्वारा खुद को आग लगाने के बाद मौके पर मौजूद भीड़ उग्र हो गई. लोगों ने नगर परिषद की जेसीबी मशीन पर पत्थर फेंके. स्थिति बिगड़ती देख तहसीलदार, नगर परिषद और पुलिस की संयुक्त टीम को मौके से भगाना पड़ा.
नाली अतिक्रमण को लेकर की गई थी शिकायत
वार्ड-5 निवासी मोहनदास पिता रामदास बैरागी ने तहसीलदार को आवेदन देकर शिकायत की थी कि उनके पड़ोसी संतोष व्यास ने सार्वजनिक नाली पर अतिक्रमण कर मकान बना लिया है, जिससे नाली जाम हो गई और पानी की निकासी बाधित हो रही थी. शिकायत के बाद मंगलवार को तहसीलदार ने मौके का निरीक्षण किया था, जहां विवाद की स्थिति बनी थी.
इसके बाद बुधवार को तहसीलदार अरविंद दिवाकर नगर परिषद की संयुक्त टीम के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे और कार्रवाई शुरू की गई.
दंपती को इंदौर किया गया रेफर
कार्रवाई के दौरान संतोष व्यास और उसकी पत्नी द्वारा आत्मदाह का प्रयास किया गया. आग लगते देख मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों को बचाया. प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को इंदौर के अस्पताल रेफर किया गया है.
एसडीओपी पहुंचे मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही सतवास थाना पुलिस मौके पर पहुंची. कुछ देर बाद एसडीओपी कन्नौद आदित्य तिवारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाइश दी. फिलहाल क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है. प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है.