सतना में 104 तालाबों का निर्माण कार्य पूरा, 1050 परिवारों को मिलेगा लाभ

मोटवा पंचायत में 28 लाख 37 हजार रुपये की लागत से 1.25 लाख घनमीटर क्षमता का तालाब बनकर तैयार हुआ. जबकि दुर्गापुर पंचायत में पुष्कर सरोवर का निर्माण 7 लाख 42 हजार रुपये की लागत से किया गया है.

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सतना:

सतना जिले में सरोवर निर्माण के लिए निर्धारित लक्ष्य के तहत 104 तालाबों का निर्माण पूरा किया जा चुका है. जिनमें कुल 40 लाख घनमीटर जल भराव होगा. इन तालाबों से लगभग दो हजार एकड़ से अधिक के खेतों की सिंचाई की जा सकेगी. इसके अलावा 1050 परिवारों को सिंघाड़ा उत्पादन, मछली उत्पादन और सिंचाई योजना का लाभ मिल पाएगा.

1050 परिवारों को सिंघाड़ा उत्पादन, मछली उत्पादन और सिंचाई योजना का लाभ मिल पाएगा.

तालाबों का निर्माण से भूगर्भीय जल का स्तर में होगा सुधार
वहीं पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी ने पंचायतों में सरोवर निर्माण का लक्ष्य दिया था. इसी के तहत सतना जिले में लगभग 150 सरोवर का निर्माण करने का लक्ष्य ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को दिया गया था. विभागीय कार्ययोजना के अनुसार, पंचायतों ने सरोवर निर्माण का काम शुरू किया, जिसके तहत सतना जिले में 104 सरोवर का काम पूरा किया जा चुका है और अब इन तालाबों से किसानों को सिंचाई के लिए आसानी से पानी उपलब्ध हो सकेगा. इसके अलावा जल संग्रण से भूगर्भीय जल का स्तर भी सुधार होने की संभावना बढ़ेगी.
दो साल पहले गठित पंचायत ने तैयार किया 1.25 लाख घनमीटर क्षमता का तालाब
नागौद विकासखंड की ग्राम पंचायत मोटवा का गठन दो साल पहले हुआ था. लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव और अधिकारियों ने मिलकर बेहद कम समय में 1.25 लाख घनमीटर क्षमता का तालाब बनाकर तैयार कर दिया है. अमृत सरोवर का तालाब बनाने में कुल 28 लाख 37 हजार रुपए खर्च किए गए. तालाब बनने के बाद अब इस सरोवर से गांव के 97 किसान 120 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई आसानी से कर सकेंगे. इसके अलावा निपनिया स्वसहायता समूह द्वारा करीब डेढ़ सौ क्विंटल से अधिक मछली का उत्पादन किया जाएगा.

तालाब के निर्माण से 97 किसान अपने 120 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई कर पाएंगे

42 हेक्टेयर खेत की सिंचाई कर सकेंगे किसान
इसी तरह नागौद विकासखंड की दुर्गापुर पंचायत में भी पुष्कर सरोवर का निर्माण  7 लाख 42 हजार रुपए की लागत से किया गया है. यहां पंचायत के सरपंच विजय बागरी और सचिव संजय सिंह के द्वारा काम कराया गया. अब गांव के 37 किसानों को सिंचाई के लिए 85 हजार घनमीटर पानी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा. साथ ही इस सरोवर में 130 क्विंटल से अधिक मछली का उत्पादन हो सकेगा.

ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के ईई अश्वनी जायसवाल ने कहा कि शुरूआत में स्थान को लेकर विवाद हुए जिससे काम करने में वक्त जरूर लगा, लेकिन अब जल भराव देखकर अच्छा लग रहा है. जिले में हमने 104 तालाब बनाए हैं. जिससे लगभग दो हजार एकड़ जमीन की सिंचाई होगी. इसके अलावा 104 समूहों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा. जिससे करीब 1050 परिवार लाभान्वित होंगे.

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