MP NEWS: सरकार द्वारा देश के सभी नागरिकों की परिवार आईडी और समग्री आईडी जनरेट कराई गईं लेकिन मैहर जिले का एक ऐसा गांव है जहां रहने वाले सभी लोगों की समग्र आईडी निष्क्रिय हो गई हैं. वहीं इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की कार्रवाईयां सिर्फ पत्राचार तक सीमित हैं. विभाग के किसी अधिकारी को आईडी निष्क्रिय होने का कारण ही पता नहीं चल पा रहा. जिस अधिकारी से भी इस सवाल का जवाब चाहा जाता है तो वह केवल पत्र लिखने की बात कहकर पल्ला झाडऩे का प्रयास करता है.
उल्लेखनीय है कि मैहर जिले की देवरा मोलहाई ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आने वाले ग्राम बरदहा के सभी लोगों की समग्र आईडी निष्क्रिय हो गई है. ऐसे में यहां रहने वाले तमाम लोगों को हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ लेने में बेहद दिक्कतों का सामने करना पड़ रहा है. ग्रामीणों की समस्या से मैहर जिले के सभी अधिकारी परिचित हैं मगर वह उनकी समस्या का समाधान नहीं करवा पा रहे. वहीं गांव में रहने वाले तमाम छात्रों को प्रवेश में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और हितग्राहियों को शासन से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीण परेशान हैं जबकि अधिकारी केवल पत्र व्यवहार कर औपचारिकता निभा रहे हैं.
दो माह से दरदर भटक रहे ग्रामीण
ग्राम पंचायत देवरा मोलहाई में कुल 3 गांव हैं जिसमें से बरदहा गांव के 450 लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बीते 27 मई से यह मामला अधिकारियों के संज्ञान में है जनपद स्तर पर पोर्टल में टिकट नं. 07671748340737 जनरेट की गई ताकि समस्या का समाधान हो सके मगर अभी तक प्रकरण के संबंध में कोई भी एक्शन नहीं हो पाया है. समग्र की समस्या के चलते ग्रामीणों ने अब सीएम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज कराना भी प्रारंभ कर दिया है.
भोपाल में नहीं मिल रहा रिस्पांस
समग्र निष्क्रिय होने के संबंध में जनपद पंचायत द्वारा बीते 9 जून को पत्र क्रमांक 440 के माध्यम से प्रबंध संचालक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भोपाल 47 ए अरेरा हिल्स को सूचना दी लेकिन अभी तक कोई भी रिस्पांस नहीं मिल सका. एक साथ पूरे गांव की समग्र आईडी निष्क्रिय होने से न केवल ग्रामीणों को परेशानी है बल्कि विभागीय अधिकारियों में हड़कंप भी मचा हुआ है. सीईओ के द्वारा यह मामला कलेक्टर के भी संज्ञान में लाया गया हालांकि तब भी किसी प्रकार का सुधार कार्य नहीं हो सका.
क्या अपडेशन से बढ़ी समस्या
फिलहाल समग्र आईडी की केवाईसी कराई जा रही है इसके अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा परिवार विघटन पर रोक लगाते हुए व्यवस्था को अपडेट कराया जा रहा है. ऐसे में सवाल यही है कि क्या एक साथ आईडी गायब होने का यही एक कारण है? या फिर रोजगार सहायक के द्वारा सभी की आईडी डिलीट की गई जिससे यह स्थिति निर्मित हुई है.