सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर साथी को ठगा, डेढ़ लाख लेकर थमाया फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर

Rewa Crime News: नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख पचास हजार रूपये की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने अपने ही साथी को सरकारी अस्पताल में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था.

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Madhya Pradesh News: रीवा की अमहिया थाना पुलिस ने दो ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे भारी भरकम रकम तो ले लेते थे, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं दिलाते थे. साथ ही बदले में फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर भी पकड़ा देते थे. आरोपियों ने अपने ही एक साथी से नौकरी लगाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये भी ठग लिए. उन्होंने अस्पताल में नौकरी का फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर भी दिया था. अमहिया थाना पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय में पेश किया, जहां उन्हें जेल भेज दिया.

ये है मामला

गढ़ थाना क्षेत्र के बेलवा बडगैयान के रहने वाले अवनीश साकेत (21) अभी सिविल लाइन थाना क्षेत्र के झिरिया में एक हॉस्टल में रहता है. उसने अमहिया थाना में शिकायत की थी कि वह रीवा के पास ही टाटा शिक्षा महाविद्यालय सगरा में बीएससी की पढ़ाई करता है और अंकित ऑनलाइन कॉलेज चौराहा में काम भी करता है. आरोप लगाया कि वर्ष 2024 में सिरमौर थाना क्षेत्र के सदहना के रहने वाले जीवेंद्र साकेत और विनय साकेत ने सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया और डेढ़ लाख रुपये मांगे. उन्होंने कहा कि वो सजंय गांधी अस्पताल रीवा में ओपीडी पर्ची काटने की नौकरी दिलवा देंगे.

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आरोपियों ने दिखाया खुद का ज्वॉइनिंग लेटर

जीवेंद्र और विनय ने अपने मोबाइल में खुद का भी ज्वॉइनिंग लेटर भी दिखाया और कहा कि उनको भी नौकरी मिल गई है. तुम भी डेढ़ लाख रुपये की व्यवस्था करो तो तुम्हें भी नौकरी मिल जाएगी. इससे वह झांसे में आ गया और 24 अगस्त 2024 से लेकर 25 अक्टूबर तक कई बार में फोन पे के जरिए डेढ़ लाख रुपये ले लिए.

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कुछ दिन बीत जाने के बाद विनय साकेत ने उसे फोन पर एक ज्वॉइनिंग लेटर दिया. जब वह सिरमौर अस्पताल में नौकरी पाने गया तो बताया कि वह लेटर फर्जी है. तब अवनीश ने जीवेंद्र और विनय साकेत से अपने पैसा वापस मांगा तो कहा कि ज्वॉइनिंग लेटर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से कुछ दिन में आ जाएगा. उसके बाद भी कोई कागज नहीं आया.

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उसके बाद अवनीश ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया. पुलिस ने इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया.