अगर मैं सांसद न होता तो होता चाकूबाज... ऐसा क्यों बोल गए रीवा के BJP सांसद

MP News in Hindi : अगर आज के ज़माने में कोई सांसद चाकू चलाने, बीड़ी पीने की बात कहे... तो शायद आपको यकीन नहीं होगा. अब एक सांसद भला ऐसा क्यों कहेगा ? इसके लिए आपको पूरी खबर समझने की जरूरत होगी.

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अगर मैं सांसद न होता तो होता चाकूबाज... ऐसा क्यों बोल गए रीवा के BJP सांसद

अगर आज के ज़माने में कोई सांसद चाकू चलाने, बीड़ी पीने की बात कहे... तो शायद आपको यकीन नहीं होगा. अब एक सांसद भला ऐसा क्यों कहेगा ? इसके लिए आपको पूरी खबर समझने की जरूरत होगी. दरअसल, ये बात रीवा लोकसभा के BJP सांसद जनार्दन मिश्रा ने कही है. बता दें कि सांसद जनार्दन मिश्रा अभी हाल ही में तीसरी बार सांसद का चुनाव जीता हैं. मिश्रा अपनी बेबाकी और बयानों के लिए जाने जाते हैं. उनका काम करने का तरीका आए दिन कोई न कोई खबर को जन्म देता है. ज्यादातर मामलों में उनके बयान विवादित ही होते हैं.

अपने भाषण में क्या बोले सांसद ?

ताजा मामला मॉडल स्कूल के गोल्डन जुबली समारोह में निकलकर सामने आया जो जमकर सुर्खियां बटोर रहा है. इस दौरान रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने अपना स्कूली जीवन का ज़िक्र करते हुए कहा कि छात्र जीवन में वो बिगड़ गए थे... वो अन्य छात्रों के साथ मारपीट करते बीड़ी पीते थे जिस पर उन्हें स्कूल से रेस्टिकेट भी किया गया था. उन्होंने अनोखे अंदाज़ में शिक्षकों का आभार जताते हुए कहा कि अगर शिक्षको का साथ न मिला होता तो वो आज सांसद नहीं होते बल्की कहीं चाकू चलाते घूम रहे होते.

कहा- मेरे शिक्षकों ने मुझे बनाया

जानकारी के लिए बता दें कि रीवा के मॉडल स्कूल के 50 साल पूरे होने पर स्कूल अपना स्वर्ण जयंती समारोह (Golden Jubilee Celebration) मना रहा था. इस मौके पर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल भी मौजूद थे. साथ ही इस मौके पर तीसरी बार के सांसद जनार्दन मिश्रा मौजूद थे. इस दौरान उन्होनें अपने संबोधन के दौरान शिक्षकों का महत्त्व बताते हुए अपने छात्र जीवन को याद कर कहा कि वे अपने स्कूल के दिनों में बिगड़ गए थे. उन्हें बीड़ी पीने की आदत हो गई थी. वे अक्सर लड़ाई-झगड़ा और मारपीट करते थे.

अपने छात्र जीवन को किया याद

... लेकिन स्कूल के प्रिंसिपल सिद्दकी साहब और शिक्षक रामानुज दुवेदी के कारण वो सुधर गए... उन्होंने बताया कि स्कूल में बीड़ी पीये जानें पर एक शिक्षक ने उन्हें पकड़ लिया तब 7 दिन के लिए उन्हें रेस्टीकेट कर दिया गया था. साथ ही घर पर बीड़ी पीने की शिकायत कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि आज जो है वो खुद के दम पर नहीं बल्कि उसके पीछे उनके शिक्षक का बडा योगदान है. रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा का भले ही यह अंदाज छात्रों को समझ आ गया हो लेकिन उनका बयान चर्चा का विषय बन गया है.

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