Republic Day 2024 : इस साल 26 जनवरी 2024 को देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस (75th Republic Day of India) मनाएगा, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं. नई दिल्ली के कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पिछले कई दिनों से घने कोहरे और कड़कड़ाती ठंड के बीच गणतंंत्र दिवस परेड की रिहर्सल (Rehearsal for Republic Day parade) की जा रही है. कर्तव्य पथ विभिन्न टुकड़ियों द्वारा की जा रही फुल ड्रेस परेड रिहर्सल (Full Dress Parade Rehearsal) के दृश्य सुबह-सुबह देखे जा सकते हैं. गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड के साथ ही साथ सबसे विभिन्न राज्यों की झांकी (Tableau of Various States) का दर्शन भी होता है. आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) और अमृतकाल (Amrit Kaal) आजादी के में 'आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की...' गाना काफी प्रासांगिक हो जाता है. कर्तव्य पथ पर निकलने वाली राज्यों की झांकियों में मध्यप्रदेश की झांकी का चयन किया गया है. आइए जानते हैं इस बार मध्य प्रदेश की झांकी (Tableau of Madhya Pradesh) किस विषय पर होगी और इसमें क्या-क्या देखने को मिलेगा?
"विकास का मूल मंत्र - आत्मनिर्भर नारी"
26 जनवरी 2024 को देश की राजधानी नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर राज्यों की सांस्कृतिक वैभव और विकास को दर्शाने वाली झांकियों में मध्यप्रदेश की झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र होगी. इस वर्ष मध्यप्रदेश झांकी की थीम "विकास का मूल मंत्र - आत्मनिर्भर नारी" है. झांकी मध्यप्रदेश की प्रगतिशील नारी शक्ति पर केन्द्रित है. हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश की नारी आर्थिक आत्मनिर्भरता हासिल कर रही है. आज प्रदेश की बेटियां खेत-खलिहान से लेकर विमान उड़ाने में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहीं हैं.
इसके बाद स्व-सहायता समूह की एक महिला कलाकार मटके पर चित्रकारी करते नजर आयेंगी. द्वितीय मध्य भाग में बादल महल गेट चंदेरी की प्रतिकृति होगी एवं विश्व विख्यात चंदेरी, महेश्वरी, बाग प्रिंट साड़ियों को तैयार करने वाली बुनकर महिलाएं साड़ियों के एक प्रतीकात्मक प्रदर्शनी काउंटर के साथ विक्रय के लिए खड़ी दिखाई देंगी.
180 डिग्री एंगल पर घूमेगी प्रतिमा
लहरी बाई के हाथ में विक्रय के लिये मिलेट्स का एक पैकेट दिखाई देगा. इस प्रकार मोटे अनाज उत्पादन को बढ़ावा देने के हमारे राष्ट्रीय संकल्प को दर्शाया गया है. यह प्रतिमा 180 डिग्री एंगल पर घूमती दिखाई देगी. इसके आसपास बांस की बनी विभिन्न टोकरियों में प्रदेश में पैदा होने वाला विभिन्न प्रकार का मोटा अनाज प्रदर्शित किया जायेगा. झांकी के निचले और बाहरी हिस्से में स्टोन कार्विंग से निर्मित शिल्प एवं प्रदेश की समृद्ध गोंड जनजातीय की महिला कलाकार चित्रकारी करती दिखाई देंगी. अंतिम भाग में मोटे अनाज से निर्मित महिलाओं के भित्ति चित्र को दर्शाया जायेगा.
मालवा के लोकगीत की धुन
झांकी के आसपास प्रदेश के स्थानीय अंचल मालवा के लोकगीत की धुन पर मटकी लोक-नृत्य करती महिलाएं साथ चलती दिखाई देंगी, जो प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व कर रही है.
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