Caste Census: नेता, जनता, वकील... जातिगत जनगणना के फैसले पर क्या बोले लोग?

Caste Based Census: केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का निर्णय लिया है, जिसे लेकर विभिन्न वर्गों और राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Reaction on Caste Based Census: देश में जाति आधारित जनगणना पर जारी सियासत के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए) की उच्च स्तरीय बैठक में जाति जनगणना अगली जनसंख्या जनगणना के साथ ही कराने का निर्णय लिया गया. इसे लेकर अब सियासी दलों के साथ-साथ अलग-अलग वर्गों की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. 

पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि जातिगत जनगणना से सभी वर्ग लाभान्वित होंगे. आज का दिन ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार में रहते हुए जातिगत जनगणना नहीं होने दी. वहीं बिहार चुनाव के लिहाज से जातिगत जनगणना के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव के लिए कोई काम नही करते हैं.

Advertisement

क्या बोले रायपुर के वकील? 

रायपुर के वकीलों ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि जाति की गणना से योजनाओं के बनाने में मदद मिलेगी. जाति की संख्या के हिसाब से प्रतिनिधित्व मिलेगा. सभी जाति की आबादी कितनी है उसका पता चलेगा जिससे सरकारी योजनाओं को बनाने में मदद मिलेगी. 

Advertisement

रतलाम के लोगों में खुशी, क्या बोले जबलपुर वाले? 

रतलाम के लोगों ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए खुशी जाहिर की. साथ ही एडवोकेट इमरान कुरैशी ने बताया कि जातिगत जनगणना के काफी फायदे भी हैं. इससे यह पता लगेगा कि कौन से समाज के कौन सी जाति के कितने लोग देश में हैं. वहीं अन्य लोगों ने कहा कि हमें जाति से ना जोड़ा जाए. हमें सिर्फ हिंदुस्तानी कहकर बुलाया जाए. वहीं अन्य लोगों का कहना था कि जो जातियां देश में गिनती में नहीं हैं वह जाति भी जातिगत जनगणना से सामने आ जाएगी. 
वहीं जबलपुर में नागरिकों ने जातिगत जनगणना के समर्थन में अपनी राय रखी. लोगों का मानना है कि इससे समाज के हर वर्ग की वास्तविक स्थिति सामने आएगी और योजनाओं का लाभ समान रूप से पहुंच सकेगा. शिवपुरी में भी केंद्र सरकार के फैसले को ज्यादातर लोग सही बताते हैं. लोगों का कहना है कि सरकार को यह फैसला पहले ही लेना चाहिए था. कुछ लोगों का कहना है कि यूजीसी कानून को लेकर भी सरकार जल्द फैसला ले. जनगणना को जातिगत आधार देने के पीछे लोगों का कहना है कि जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी के तहत आंकड़े सरकार को मदद करेंगे. 

Advertisement

क्या बोले कांग्रेस विधायक? 

जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि राहुल गांधी ने मनवा दिया गांधी गांधी है. राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की बात लोकसभा में की थी. यह एक अच्छा निर्णय है. राहुल गांधी के दबाव में यह निर्णय लिया गया.