स्वतंत्रता दिवस पर जुगाड़ का सहारा ! राशन की बोरियां बेचकर बच्चों को मिला भोजन

15 August 2024 : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मैहर जिले में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पर स्कूली छात्रों को दिया जाने वाला विशेष भोज जुगाड़ के जरिए जुटाया गया. यह स्थिति किसी एक विद्यालय में नहीं, बल्कि सतना और मैहर जिले के कई स्कूलों में देखने को मिली.

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स्वतंत्रता दिवस पर जुगाड़ का सहारा ! राशन की बोरियां बेचकर बच्चों को मिला भोजन

Independence Day 2024 : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मैहर जिले में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पर स्कूली छात्रों को दिया जाने वाला विशेष भोज जुगाड़ के जरिए जुटाया गया. यह स्थिति किसी एक विद्यालय में नहीं, बल्कि सतना और मैहर जिले के कई स्कूलों में देखने को मिली. इसके पीछे की असल वजह यह थी कि जिला पंचायत CEO ने मिड डे मील का काम देखने वाले समूहों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि विशेष भोज के लिए होने वाला खर्च जन सहयोग से जुटाया जाए या फिर PM पोषण के तहत उपलब्ध राशन की बोरियों को बेचकर, उनकी नीलामी से मिले पैसे से किया जाए.

इस बार नहीं मिले पैसे 

जिला पंचायत CEO का आदेश मिलने के बाद, समूहों ने किसी तरह से विशेष भोज का जुड़गड़ किया. जबकि इससे पहले उन्हें अतिरिक्त पैसा दिया जाता था, ताकि बच्चों को स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद विशेष भोज के रूप में सब्जी पूड़ी, खीर और लड्डू बंट सके... लेकिन इस बार इन्हें खुद से इसका जुगाड़ करना पड़ा.

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प्रभारी मंत्री बोलीं पर्याप्त बजट

जब मैहर जिले की प्रभारी मंत्री राधा सिंह से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में बजट की कोई कमी नहीं है. यह आदेश किन परिस्थितियों में जारी किया गया, इसके संबंध में जानकारी ली जाएगी.

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240 रुपए में कैसे होगा खर्च पूरा ?

मध्यान भोजन का काम करने वाले समूह ने बताया कि एक स्कूल को हर महीने ज़्यादा से ज़्यादा एक से सवा क्विंटल अनाज उपलब्ध होता है. दो महीने स्कूल बंद रहते हैं. ऐसे में साल भर में केवल 10 से 15 बोरी अनाज ही स्कूलों को उपलब्ध होता है. नीलामी में अधिकतम 240 रुपए स्कूल को प्राप्त होते हैं, और इस 240 रुपए में विशेष भोज का इंतजाम आज की महंगाई में कैसे संभव है, यह सोचने का विषय है.

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