Kanker News: छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है लेकिन इन दिनों बच्चों को खुद टिफिन लाना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला कांकेर से सामने आया है.
कांकेर जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर गांडागौरी में बच्चे टिफिन लेकर स्कूल पहुंच रहे हैं और वो टिफिन खाने के बाद खुद से धो भी रहे हैं. ऐसा नजारा इसलिए है क्योंकि मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइया अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
नए शिक्षा सत्र की शुरुआत हो चुकी है. शुरुआत होने के साथ ही आंदोलन का दौर भी चालू है. एक तरफ जहां स्कूल के सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे हैं. वही दूसरी ओर स्कूलों में मध्यान भोजन बनाने वाले रसोइए भी हड़ताल पर चले गए हैं. लिहाजा स्कूलों में मध्याहन भोजन नही बना रहा है.स्कूली बच्चे रोजना अपने घरों से टिफिन लेकर पहुंच रहे हैं.
ग्रामीण इलाकों में खेती किसानी का दौर चल रहा है. ऐसे में स्कूलों में मध्यान भोजन नही बनने से पालक भी परेशान हो रहे हैं.
रसोइयों के अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने से बच्चो को टिफिन देकर स्कूल भेजना पड़ रहा है. पालकों का कहना है कि कभी कभी जरूरी काम से बाहर जाने और भोजन नही बनने के कारण बच्चो को टिफिन देना मुश्किल हो जाता है. बच्चे भूखे पेट रहने को मजबूर हो जाते हैं. ऐसे में पालकों का कहना है कि शासन को रसोइयों की अनिश्चितकालीन आंदोलन का रास्ता निकाल कर बच्चो को मध्यान भोजन दिया जाए.