Jiwaji University: भ्रष्टाचार के केस में फंसे VC समेत 17 प्रोफेसरों के खिलाफ यूनिवर्सिटी में धरना, कांग्रेस नेता भी मौके पर; मांगा इस्तीफा

Jiwaji University Protest: ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर समेत 17 प्रोफेसरों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन जारी है. फर्जीवाड़ा उजागर करने वाले प्रोफेसर अरुण शर्मा सभी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

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Jiwaji University Gwalior: ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी के कुलगुरू (VC) डॉ. अविनाश तिवारी समेत 17 प्रोफेसरों की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही हैं. यूनिवर्सिटी के पूर्व अतिथि शिक्षक और निजी कॉलेजों की संबद्धता का फर्जीवाड़ा उजागर करने वाले प्रोफेसर अरुण शर्मा का यूनिवर्सिटी के कैंपस में 24 घंटे से सत्याग्रह जारी है. वहीं, सत्याग्रह में शामिल होने के लिए युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह भी पहुंच गए.

सत्याग्रह यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन के बाहर किया जा रहा है. सत्याग्रह को देखकर यूनिवर्सिटी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. इस बीच यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह ने कहा, ये यूनिवर्सिटी भ्रष्ट्राचार की यूनिवर्सिटी बन गई है. जब तक कुलगुरू इस्तीफा नहीं देगें , तब तक कांग्रेस (Congress) ओर एनएसयूआई (NSUI) प्रदर्शन करती रहेगीं.

जब तक कार्रवाई नहीं होती...

वहीं, प्रोफेसर अरूण शर्मा का कहना कि जब तक कुलगुरू (VC) अविनाश तिवारी समेत यूनिवर्सिटी के दोषी प्रोफेसर पर कार्रवाई नही हो जाती है. वे तब तक इसी तरह धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.

क्या है मामला

आपको बता दें कि 14 जनवरी को मुरैना के झुंडपुरा में फर्जी शिवशक्ति कॉलेज के संचालन के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी सहित 17 प्रोफेसरों पर FIR दर्ज की थी. उन पर आरोप है कि 14 साल से शिवशक्ति कॉलेज का धरातल पर कोई वजूद नहीं था, फिर भी यूनिवर्सिटी के लोग उसे मान्यता देते आ रहे थे.

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