MP में प्रोजेक्ट चीता के तीन साल; PM मोदी ने कूनो में छोड़े थे चीते, जानिए कैसे बढ़ा प्रदेश का गौरव

Project Cheetah in MP: तीन वर्षों की सफलता के साथ प्रोजेक्ट चीता का यह संदेश है कि यह केवल एक प्रजाति की वापसी नहीं है, बल्कि वैश्विक प्रकृति संरक्षण में भारत के समर्प‍ित नेतृत्व का प्रतीक है. चीता की वापसी यह बताती है कि विलुप्ति अंतिम नहीं होती, संकल्प के साथ खोई विरासत को वापस लाया जा सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Project Cheetah: MP में प्रोजेक्ट चीता के तीन साल; PM मोदी ने कूनों में छोड़े थे चीते, जानिए कैसे बढ़ा प्रदेश का गौरव

Project Cheetah in MP: पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बढ़ते चीतों के परिवार के साथ मध्यप्रदेश एशिया का गौरव बन गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 3 वर्ष पूर्व मध्यप्रदेश को चीता परियोजना की सौगात मिली थी. प्रधानमंत्री मोदी ने 17 सितम्बर 2022 को अपने जन्म दिवस पर पहले पालपुर कूनो में चीते छोड़कर प्रोजेक्ट की शुरूआत की थी. आज चीतों के परिवारों में वृद्ध‍ि हो रही है. 'प्रोजेक्ट चीता को ‘इनोवेटिव इनिशिएटिव्स अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार हाल ही में नई दिल्ली में आईएफएस एसोसिएशन और इंडियन मास्टरमाइंड्स द्वारा आयोजित तीसरे इको वॉरियर अवॉर्ड्स कार्यक्रम में प्रदान किया गया. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अवॉर्ड मिलने पर चीता परियोजना से जुड़ी प्रबंधन टीम को बधाई दी है.

तीन वर्षों की साहसिक पहल

प्रोजेक्ट चीता की शुरुआत 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आठ चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाकर हुई. इसने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तत्काल ध्यान आकर्षित किया. कई शंकाएँ भी उठीं कि भारतीय वातावरण चीता के लिए उपयुक्त नहीं है. इस अवधारणा को तोड़ते हुए कूनो पालपुर और गांधी सागर अभयारण में चीते फर्राटे भर रहे है और उनकी संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है.

चीता ने भारतीय वातावरण को आश्चर्यजनक रूप से तेज़ी से अपना लिया है. पिछले तीन वर्षों में पाँच चीता मादाओं द्वारा 6 बार शावकों को जन्म देना इस परियोजना की सफलता और लचीलापन का परिचायक है. वे भारतीय शिकार जैसे चीतल के प्रति अच्छी अनुकूलता दिखा रहे हैं. शुरुआत में डर था कि तेंदुओं से संघर्ष होगा, लेकिन प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र ने खुद को संतुलित किया, और शिकारी प्रजातियाँ अपने-अपने क्षेत्र में सीमित हो गईं.
Advertisement
प्रोजेक्ट चीता की तीन वर्ष की यात्रा चुनौतीपूर्ण होने के साथ प्रेरणादायक भी रही है. यह परियोजना अब और अधिक प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है. पिछले तीन वर्षों में चीता परियोजना प्रबंधन टीम ने कभी हार नहीं मानने का पाठ सीखा.

चीता प्रबंधन के हर पहलू से ऐसी मूल्यवान जानकारियाँ मिलीं हैं, जिससे अनुभव रखने वाले और नए दोनों पेशेवरों की समझ में वृद्धि हुई है. किसी जीवित प्राणी के साथ काम करते समय जोखिम अनिवार्य होते हैं. पिछले तीन वर्षों में केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों, फील्ड मैनेजर्स, पशु चिकित्सकों और फ्रंटलाइन स्टाफ का आत्मविश्वास मज़बूत हुआ. इन वर्षों में यह भी साबित हो गया कि मध्यप्रदेश आपात स्थितियों और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम है. प्रोजेक्ट चीता की सफलता टीमवर्क का प्रतीक है जहाँ सभी पेशेवर एक ही उद्देश्य के लिए प्रतिबद्धता और कौशल के साथ कार्य कर रहे हैं.

तीन वर्षों की सीख और सफलता

प्रोजेक्ट चीता की टीम के अथक प्रयासों के परिणाम सामने हैं. चीते न केवल जीवित रहे बल्कि सफलतापूर्वक अपना परिवार भी बढ़ाया. उनकी उपस्थिति ने घास के मैदानों और खुले जंगलों की ओर फिर से ध्यान आकर्षित किया. ऐसे परिस्थितिकी तंत्र पहले उपेक्षित थे. कूनो में घास के मैदानों में सुधार, जैव विविधता में वृद्धि और स्थानीय समुदायों को पर्यटन के माध्यम से लाभ पहुँचना इस चीता परियोजना की बड़ी उपलब्धियाँ हैं. चीतों की पुन:र्स्थापना से पारिस्थितिकी को कोई नुकसान नहीं हुआ. हर चीते की बारीकी से निगरानी, पेशेवर पशु चिकित्सकों द्वारा देखभाल, और सुरक्षित वातावरण ने चीता परियोजना को वैश्विक मानकों के बराबर खड़ा कर दिया है.

Advertisement

चीतों की लगातार बढ़ती संख्या

चीता परियोजना की सबसे उत्साहजनक उपलब्धि रही है कि भारत में शावकों का जन्म हुआ. वर्तमान में 25 चीते कूनो राष्ट्रीय उद्यान में हैं. दो नर गांधी सागर सेंचुरी में सफलतापूर्वक पुनर्वासित हो चुके हैं. इस प्रकार कुल 27 चीते है. कूनो के परिदृश्य में एक आत्मनिर्भर और मुक्त विचरण करने वाली चीता आबादी स्थापित करना भविष्य का लक्ष्य है.

यह भी पढ़ें : MP में यहां मिले 1 लाख 33 हजार 785 टन सोने के भंडार, पहली बार गोल्ड ब्लॉक की नीलामी हुई पूरी

Advertisement

यह भी पढ़ें : PM Mitra Park In MP: "धार से MP के विकास को नई रफ्तार"; PM मोदी ने किया पहले "पीएम मित्र पार्क" का शिलान्यास

यह भी पढ़ें : 'पलक झपकते ही घुटनों पर आया पाकिस्तान'; PM Modi ने MP के धार से कहा- पाकिस्तानी आतंकी ने रो-रो कर...

यह भी पढ़ें : PM Modi Speech: धार से PM मोदी ने कहा- दिल की बात समझ लेता हूं जी... ये नया भारत है घर में घुस कर मारता है