प्रिंसिपल ने सरकारी स्कूल को बना दिया प्याज का गोदाम, कलेक्टर ने की कार्रवाई

ओढकी खुर्द स्कूल के प्राचार्य ने स्कूल को प्याज का गोदाम बना दिया. स्कूलों को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, जहां बच्चों का भविष्य संवरा जाता है. बच्चों को पढ़ाया लिखाया जाता है.

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School Close in Summer: स्कूलों की इन दिनों छुट्टियां चल रही हैं, जिसके चलते प्राचार्य ने स्कूल को प्याज का गोदाम बना दिया है. शिकायत सही पाए जाने पर रीवा कलेक्टर ने प्राचार्य को निलंबित कर दिया. वहीं, प्रशासन ने हेड मास्टर सहित बाकी सभी को नोटिस देकर जवाब मांगा है. मामला रीवा जिले के ओढ़की खुर्द स्थित शासकीय प्राथमिक पाठशाला का है.

हालांकि 15 जून से स्कूल खुलने वाले हैं. स्कूल के कमरे के अंदर प्राचार्य की प्याज रखी हुई है, जबकि कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल (Rewa Collector Pratibha Pal) का साफ तौर से कहना है कि विद्यालय परिसर का उपयोग गैर-शैक्षणिक एवं व्यावसायिक कार्यों के लिए किया ही नहीं जा सकता. इसे गंभीर अनियमिता मानते हुए स्कूल के प्राचार्य नरेंद्र पांडेय को तत्काल निलंबित कर दिया है.

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सभी स्कूल के प्रिंसिपल को दी चेतावनी

कलेक्टर रीवा ने जिले के सभी स्कूल के प्राचार्य, हेड मास्टर को निर्देशित किया है कि स्कूल के मामले में सतर्क रहें. किसी भी अन्य गतिविधियों के लिए स्कूल का इस्तेमाल न करें, अन्यथा उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही होगी.

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रीवा में घोटाला

रीवा जिले में स्वास्थ्य विभाग ( Health Department) का है. यहां स्वास्थ्य विभाग में किए गए बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा  हुआ है. इस खुलासे के मुताबिक, 244 रुपये की डस्टबिन ₹1300 में और 16 रुपये 50 पैसे की ग्लूकोज स्ट्रिप 1650 रुपये में खरीदी गई. इस तरीके की कई दूसरी अनियमितता भी निकाल कर सामने आई है. बताया जाता है कि इस तरह यहां 2 करोड़ से ज्यादा के घोटाले को अंजाम दिया गया. सबसे बड़ी बात ये है कि मास्टर माइंड का ट्रांसफर ऑर्डर आने के एक दिन पहले ही उसके ट्रांसफर ऑर्डर कैंसिल होने का आदेश उसकी जेब में था.

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