Kisan Samman Program: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज ने शुरू की 'लाडली' बहनों के लिए नई योजना, जानें किन राज्यों में महिलाओं को होगा फायदा

Shivraj Singh Chauhan: शिवराज सिंह चौहान ने अपना नया पदभार लेने के बाद से पहली बार नई योजना लागू करने का ऐलान किया. कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्होंने नई योजना की शुरूआत की.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Shivraj Singh Chauhan new Program for Women of 12 States

Krishi Sakhi Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की नई सरकार में शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को दो बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है. केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार, 15 जून को दिल्ली में एक प्रेस वार्ता आयोजित की. इसमें उन्होंने सबसे पहले सरकार के कामों की सराहना की और साथ ही कई सारी नई योजनाओं के बारे में बताया. इसी में से एक योजना है कृषि सखी कार्यक्रम (Krishi Sakhi Yojana). इसके तहत महिलाओं की कृषि के क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने की ओर सरकार का लक्ष्य है. आइए आपको बताते हैं क्या है ये योजना.

क्या है कृषि सखी कार्यक्रम (What is Krishi Sakhi Yojana)

मंत्री बनने के बाद दिल्ली में शिवराज सिंह चौहान ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का जिसमें से लगभग एक करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं, 2 करोड़ और बनानी हैं. उसी का एक आयाम है कृषि सखी. चौहान ने कहा कि किसानों की सहायता के लिए कई बहनों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया है, ताकि वो खेती में अलग-अलग कामों के माध्यम से किसानों का सहयोग कर सकें और लगभग 60-80 हजार रुपये तक की सालाना अतिरिक्त आय अर्जित कर पाएं. 

Advertisement
Advertisement

इन राज्यों में शुरू की जाएगी योजना

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम किसान की किस्त जारी करने के कार्यक्रम के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को कृषि सखियों के रूप में प्रमाण पत्र भी प्रदान करेंगे और एक प्रतीक के रूप में प्रधानमंत्री 5 कृषि सखियों को प्रमाण पत्र वितरित करेंगे. उन्होंने कहा कि कृषि सखी कार्यक्रम को चरण-1 में 12 राज्यों; गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश और मेघालय  में शुरू किया गया है.

Advertisement
आज तक, 70,000 में से 34,000 से अधिक कृषि सखियों को पैरा-एक्सटेंशन वर्कर के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है. चौहान ने कहा कि कृषि सखियों को कृषि पैरा-विस्तार कार्यकर्ताओं के रूप में इसलिए चुना जाता है, क्योंकि वे विश्वसनीय सामुदायिक संसाधन व्यक्ति और अनुभवी किसान हैं. कृषि सखियों को पहले से ही विभिन्न कृषि पद्धतियों में व्यापक प्रशिक्षण प्राप्त है, जिससे वे साथी किसानों को प्रभावी ढंग से सहायता और मार्गदर्शन देने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं.

3.04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का हो चुका है वितरण-मंत्री शिवराज सिंह चौहान

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान सम्मान निधि 24 फरवरी 2019 को शुरू की गई एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जिसका उद्देश्य उच्च आय की स्थिति के कुछ बहिष्करण मानदंडों के अधीन सभी भूमि-धारक किसानों की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना है. उन्होंने कहा कि लाभार्थियों के पंजीकरण और सत्यापन में पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखते हुए भारत सरकार ने देश भर में अब तक लगभग 11 करोड़ से अधिक किसानों को 3.04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया है और इस रिलीज के साथ ही, योजना की शुरुआत से लाभार्थियों को हस्तांतरित कुल राशि 3.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी.

ये भी पढ़ें :- Kisan Samman Nidhi: किसानों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, पीएम मोदी इस दिन अन्नदाताओं के खाते में डालेंगे 20  हजार करोड़ रुपये

'लाडली' बहनों के सशक्तिकरण के लिए कार्य

शिवराज सिंह चौहान ने अपने राजनीतिक सफर में चार बार मध्य प्रदेश के मुखिया के रूप में बागडोर संभाली है. उन्होंने हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण और विकास के लिए कुछ खास किया है. प्रदेश में रहते हुए शिवराज सिंह ने लखपति दीदी और लाडली बहना योजना शुरू की. इसी प्रकार अब जब वह केंद्र में बैठ रहे हैं, तो उन्होंने सबसे पहले महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और उनके सशक्तिकरण के लिए कृषि सखी योजना की शुरुआत करने का ऐलान किया है.    

ये भी पढ़ें :- Indian Railways: रेल मंत्री वैष्णव ने बनाया एक साल का प्लान, वंदे मेट्रो समेत इन कामों पर रहेगा फोकस