Officer Transfer in MP: जेल में बंद पटवारी का विजयपुर से बड़ौदा कर दिया ट्रांसफर, इधर से SDM ने कर दिया सस्पेंड... जानें - पूरा मामला

Officer Transfer Negligence: श्योपुर में अफसरों ने तबादलों की झड़ी में गजब का कारनामा कर दिया. जेल में बंद पटवारी का विजयपुर से बड़ौदा ट्रांसफर कर दिया. मामला सामने आते ही जब हड़कंप मचा, तो विजयपुर SDM ने पटवारी को सस्पेंड कर दिया. आइए आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं.

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जेल में बंद पटवारी हेमंत का अधिकारियों ने कर दिया ट्रांसफर

Officer Transfer in Sheopur: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कब क्या अजब-गजब हो जाए, इसका किसी को भी पता नहीं होता है. एक और नया गजब कारनामा श्योपुर जिले से सामने आया है. तबादलों की लहर में जिले के अफसरों का बड़ा कारनामा कर दिया. श्योपुर जेल (Sheopur Jail) में बंद एक पटवारी का ट्रांसफर (Patwari Transfer) कर दिया गया और जब पटवारी के जेल में होने की खबर मिली, तो अफसरों में हड़कंप मच गया और किरकिरी से बचने के लिए SDM ने जेल में बंद पटवारी को तुरंत सस्पेंड भी कर दिया.

श्योपुर जेल में बंद पटवारी का आया ट्रांसफर ऑर्डर

क्या है श्योपुर के पटवारी के ट्रांसफर से जुड़ा पूरा मामला?

श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला की अनुशंशा पर विभागों के कर्मचारियों के ट्रांसफर किए जा रहे थे. इन तबादलों की झड़ी में श्योपुर के अफसरों ने बाढ़ राहत राशि के घोटाले के आरोप में श्योपुर की जिला जेल में बंद विजयपुर के सुनवई के पटवारी हेमंत मित्तल का विजयपुर से बड़ौदा तहसील में ट्रांसफर का आदेश जारी कर दिया. जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा, वैसे ही विजयपुर एसडीएम ने हेमंत मित्तल को सस्पेंड करने का आदेश भी जारी कर दिया.

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क्यों जेल में बंद है पटवारी?

दरअसल, जेल में बंद पटवारी हेमंत मित्तल ने बड़ौदा में अपनी पदस्थी के दौरान साल 2021 में आई बाढ़ के बाद पीड़ितों को दी जाने वाली राहत राशि का गबन करते हुए घोटाला किया था. मामले के उजागर होने के बाद कलेक्टर के आदेश के बाद बड़ौदा तहसीलदार ने पटवारी के खिलाफ बड़ौदा थाने में FIR दर्ज करवाई थी, जिसपर जांच के बाद बड़ौदा पुलिस ने पटवारी हेमंत को दोषी मानते हुए  गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था.

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जवाब देने को राजी नहीं जिम्मेदार

पटवारी के ट्रांसफर और उसके सस्पेंशन को लेकर जब तहसीलदार से लेकर कलेक्टर से सवाल पूछे गये, तो कोई भी अफसर कैमरे पर अपनी सफाई देने को सामने नहीं आया. इस लापरवाही के कारण हर तरफ अधिकारियों को लेकर चर्चा हो रही है. मामला श्योपुर, विजयपुर से लेकर भोपाल तक पहुंच गया.

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