Dewas: माता टेकरी में नवरात्रि की तैयारी शुरू, जानें मंदिर से जुड़ी बेहद खास बातें

Dewas Mata Tekari : पहले यहां पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालु आने में डरते थे. मां चामुंडा की टेकरी पर कई सिद्ध संतों ने अपना डेरा डाल रखा था. वे सभी यहां पर ध्यान-पूजन करते थे. इसे लेकर मान्यता है कि रानी सती के रक्त गिरने से मां चामुंडा और तुलजा भवानी की उत्पत्ति हुई थी.

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Navratri 2024 : शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) के पावन पर्व की शुरुआत कल से होने जा रही है और इसके लिए देवास के विश्व प्रसिद्ध माता टेकरी पर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. यहां स्थित मां चामुंडा और तुलजा भवानी के विशाल मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. इस मंदिर से बेहद अनोखी मान्यता जुड़ी हुई है. कहा जाता है कि देवास में मां चामुंडा की टेकरी पर कई संतों मुनियों ने कई वर्षों तक तपस्या की है. पहले यहां पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालु आने में डरते थे. मां चामुंडा की टेकरी पर कई सिद्ध संतों ने अपना डेरा डाल रखा था. वे सभी यहां पर ध्यान-पूजन करते थे. इसे लेकर मान्यता है कि रानी सती के रक्त गिरने से मां चामुंडा और तुलजा भवानी की उत्पत्ति हुई थी. मां चामुंडा तुलजा भवानी के दर्शन करने के लिए मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और विदेश से भी भक्त आते हैं.

मंदिर के सुरक्षा के इंतज़ाम पक्के

हर साल की तरह इस बार भी नवरात्रि के दौरान टेकरी पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. SDM बिहारी सिंह के अनुसार, टेकरी पर आने वाले हर श्रद्धालु पर CCTV कैमरों से नजर रखी जाएगी, और 24 घंटे पुलिस बल की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित माहौल में माता के दर्शन कर सकें. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए माता टेकरी पर सड़क को कारपेट से ढंका गया है और ऊपर तंबू लगाए गए हैं. इसके साथ ही, जगह-जगह पानी के मटके रखे गए हैं ताकि दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.

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पंडालों में माँ दुर्गा हो रही विराजित

देवास शहर में भी 100 से अधिक पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं. लगभग सभी पंडाल सज चुके हैं और मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे रहे हैं. इसके साथ ही, पूजा और श्रृंगार से जुड़ी दुकानें भी सजी-धजी नजर आ रही हैं, जहां श्रद्धालु माता की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री खरीद सकते हैं. SDM बिहारी सिंह ने स्वच्छता को लेकर भी श्रद्धालुओं से अपील की है. उन्होंने सभी भक्तों से निवेदन किया है कि टेकरी और उसके आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखें, ताकि यह पवित्र स्थल स्वच्छ और सुंदर बना रहे.

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नवरात्रि में दर्शन के लिए लगती है भीड़

नवरात्रि में मां चामुंडा तुलजा भवानी के दर्शन के लिए करीब 10 से 12 लाख श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए आते हैं. माता टेकरी के मंदिर में नवरात्रि के दिनों में खास तैयारियां की जाती है. मां के मंदिर को विशेष रूप से विद्युत सज्जा फूल बंगला से सजाया जाता है. आज से ठीक 9 दिनों तक यहां पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगेगा.

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टेकरी से उज्जैन के बीच बनी हैं एक सुरंग

कहा जाता है कि देवास की माता टेकरी से उज्जैन के बीच एक सुरंग बनी हैं. जिसे गुप्त रूप से आने जाने के लिए तैयार किया गया था ऐसा बताया जाता है कि सुरंग 45 किलोमीटर लंबी है, जो देवास से उज्जैन के भर्तृहरि गुफा तक जाती है. कहते हैं उस समय राजा भर्तहरि इसी रास्ते से माता के दर्शन करने के लिए टेकरी आते थे.

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