अब MP के लोग फ्री में कर सकेंगे तीर्थ यात्रा ? सरकार ने किया बड़ा ऐलान

Free Teerth Yatra : जी हां, आपने बिलकुल सही सुना ! इस लिस्ट में जिन धार्मिक स्थलों पर घूमने का मौका मिलेगा उनके नाम है वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर....

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अब MP के लोग फ्री में कर सकेंगे तीर्थ यात्रा ? सरकार ने किया बड़ा ऐलान

Free me Teerth Yatra Kaise Kare : मध्य प्रदेश सरकार ने अपनी "मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन" योजना (Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana) के तहत आगामी शेड्यूल ऐलान कर दिया है. ऐसे में मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थ यात्रा की चाहत पूरी हो सकती है. बता दें कि सरकार की इस योजना के ज़रिए 14 सितंबर से लेकर 26 फरवरी तक देश के बड़े तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाएगी. जी हां, आपने बिलकुल सही सुना ! इस लिस्ट में जिन धार्मिक स्थलों पर घूमने का मौका मिलेगा उनके नाम है वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर जैसी जगह हैं. इन 5 महीनों के दौरान 15 हजार से ज़्यादा तीर्थ यात्री इन स्थलों की यात्रा करेंगे.

ऐसे में आपके मन में ख्याल आ रहा होगा कि आखिर कितने साल के लोगों को तीर्थ यात्रा का मौका मिलेगा ? तो जान लीजिए कि इस योजना का लाभ उन वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा जो 60 सा ल या उससे ज़्यादा उम्र के हैं. साथ ही इसके लिए लोगों का आयकरदाता नहीं  होना जरूरी हैं. महिला तीर्थ-यात्रियों को आयु सीमा में 2 साल की अतिरिक्त छूट दी गई है.

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20 ट्रेनों का शेड्यूल कैसा रहेगा?

14 सितंबर: पहली ट्रेन उज्जैन से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी. इसमें उज्जैन से 300, सीहोर से 200 और विदिशा से 279 श्रद्धालु शामिल होंगे. यह ट्रेन 19 सितंबर को लौटेगी.

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21 सितंबर: दूसरी ट्रेन रामेश्वरम के लिए इंदौर से रवाना होगी. इसमें इंदौर से 300, उज्जैन से 200 और सीहोर से 279 तीर्थ यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 26 सितंबर को लौटेगी.

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19 सितंबर: तीसरी ट्रेन मेघनगर से मथुरा-वृंदावन के लिए रवाना होगी. इसमें झाबुआ से 200, रतलाम से 279 और उज्जैन से 300 दर्शनार्थी यात्रा करेंगे. यह ट्रेन 2 अक्टूबर को लौटेगी.

13 अक्टूबर: चौथी ट्रेन उज्जैन से कामाख्या के लिए रवाना होगी. इसमें उज्जैन से 300, शाजापुर से 200 और सीहोर से 279 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 18 अक्टूबर को लौटेगी.

21 अक्टूबर: पांचवीं ट्रेन इंदौर से अमृतसर के लिए रवाना होगी. इसमें इंदौर से 200, धार से 100, उज्जैन से 200 और शिवपुरी से 279 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 24 अक्टूबर को लौटेगी.

5 नवंबर: छठी ट्रेन विदिशा से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी. इसमें विदिशा से 300, सागर से 279 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 10 नवंबर को लौटेगी.

13 नवंबर: सातवीं ट्रेन भोपाल से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी. इसमें भोपाल से 300, सीहोर से 200 और नर्मदापुरम से 279 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 18 नवंबर को लौटेगी.

21 नवंबर: आठवीं ट्रेन रीवा से द्वारका के लिए रवाना होगी. इसमें रीवा से 279, सतना से 300 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 26 नवंबर को लौटेगी.

29 नवंबर: नौवीं ट्रेन दमोह से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी. इसमें दमोह से 279, मैहर से 200 और सतना से 300 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 4 दिसंबर को लौटेगी.

7 दिसंबर: दसवीं ट्रेन कटनी से द्वारका के लिए रवाना होगी. इसमें कटनी से 200, दमोह से 279 और सागर से 300 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 12 दिसंबर को लौटेगी.

15 दिसंबर: ग्यारहवीं ट्रेन सतना से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी. इसमें सतना से 279, कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 30 दिसंबर को लौटेगी.

23 दिसंबर: बारहवीं ट्रेन खंडवा से जगन्नाथपुरी के लिए रवाना होगी. इसमें खंडवा से 279, नरसिंहपुर से 200 और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 28 दिसंबर को लौटेगी.

31 दिसंबर: तेहरवीं ट्रेन बैतूल से कामाख्या के लिए रवाना होगी. इसमें बैतूल से 279, विदिशा से 300 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 5 जनवरी को लौटेगी.

8 जनवरी: चौदहवीं ट्रेन सिवनी से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी. इसमें सिवनी से 279, छिंदवाड़ा से 300 और बैतूल से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 13 जनवरी को लौटेगी.

16 जनवरी: पंद्रहवीं ट्रेन छिंदवाड़ा से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी. इसमें छिंदवाड़ा से 200, सिवनी से 200 और पंढुरना से 179 तीर्थ यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 21 जनवरी को लौटेगी.

24 जनवरी: सोलहवीं ट्रेन अनूपपुर से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी. इसमें अनूपपुर से 279, शहडोल से 300 और उमरिया से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 29 जनवरी को लौटेगी.

1 फरवरी: सत्रहवीं ट्रेन उमरिया से शिर्डी के लिए रवाना होगी. इसमें उमरिया से 279, कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 4 फरवरी को लौटेगी.

7 फरवरी: अठारहवीं ट्रेन मुरैना से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी. इसमें मुरैना से 279, ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 12 फरवरी को लौटेगी.

15 फरवरी: उन्नीसवीं ट्रेन छतरपुर से द्वारका के लिए रवाना होगी. इसमें छतरपुर से 279, टीकमगढ़ से 200 और उज्जैन से 300 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 20 फरवरी को लौटेगी.

23 फरवरी: बीसवीं और अंतिम ट्रेन भिंड से नागपुर के लिए रवाना होगी. इसमें भिंड से 279, ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 यात्री शामिल होंगे. यह ट्रेन 26 फरवरी को लौटेगी.

तीर्थ दर्शन योजना के लिए ज़रूरी गाइडलाइन्स

• किसी आपात स्थिति में संबंधित व्यक्ति का मोबाइल नंबर और पता देना जरूरी है.
• यात्रा के दौरान अच्छा आचरण रखें और एक-दूजे से अनुभव साझा करें.
• सफर के दौरान और यात्रा पर ज्वलनशील और मादक पदार्थ लाना मना है.
• कोई अभी व्यक्ति अपने साथ कीमती रत्न और जेवर साथ न लाएं.
• कपड़े, चादर, तौलिया व दवाई आदि अपने साथ लेकर आए.
• यात्रा के दौरान ऐसा आचरण न करें जिससे प्रदेश की छवि धूमिल हो.
• आधार कार्ड या वोटर कार्ड साथ रखना अनिवार्य है.
• किसी दुर्घटना लिए राज्य शासन या उसका कर्मचारी जिम्मेदार नहीं होगा.

कौन-कौन कर सकेगा यात्रा ?

• निवास : मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना ज़रूरी है.
• आयु: 60 साल की आयु पूर्ण हो, महिलाओं के लिए 58 साल है. 
• दिव्यांग: 60% या ज़्यादा विकलांगता वाले दिव्यांग नागरिक आयु सीमा से मुक्त हैं.
• स्वास्थ्य: आवेदक शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हो और संक्रामक रोग से ग्रस्त न हो.

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