MPPSC के 1st Attempt में पवन बने डिप्टी कलेक्टर, गरीब बच्चों पर कही बड़ी बात 

MPSC Result 2021: अगर प्लानिंग के साथ तैयारी की जाए तो सफलता का शिखर ज्यादा दूर नहीं है. ऐसी ही अद्भुत तैयारी की है ग्वालियर के पवन घुरैया ने. जिन्होंने महज 3 साल की मेहनत से पहले ही प्रयास में एमपीपीएससी (MPSC) क्लियर कर ली. डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) बनने के बाद पवन घुरैया (Pawan Ghuraiya)ने कहा कि अब मैं ऐसे लोगों की मदद करना चाहता हूं जो...

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MPPSC के 1st Attempt में पवन बने डिप्टी कलेक्टर, गरीब बच्चों पर कही बड़ी बात 

MPPSC Result 2021: MPPSC ने साल 2021 की राज्य सेवा परीक्षा का फाइनल परिणाम जारी (MPSC Result 2021) कर दिया है. इसमें ग्वालियर के एक युवा ने डिप्टी कलेक्टर का पद अपने नाम कर शहर का नाम रोशन किया है. पवन तीन साल से MPPSC की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग  (MPPSC) के जरिये चयनित होने वाले युवा पवन घुरैया ने इस बीच NDTV से खास बात की.पवन ने कहा कि इंटरव्यू में कोई सीधा और तय  प्रश्न नहीं पूछा जाता है. वे आपके जवाब के बीच से ही नया सवाल बनाकर आपकी ओर दाग देते हैं. इसके अलावा उनका कहना है कि अब वह कमजोर तबके के ऐसे साथियों की मदद करना चाहते हैं, जिनके पास पढ़ाई के लिए संसाधन नहीं है.


MPPSC क्लियर करने की देखी ललक

पवन कहते हैं कि मैं कमजोर तबके के युवाओं के मन में MPPSC क्लियर करने की ललक देखी है, वे उनकी मदद करना चाहते हैं.डिप्टी कलेक्टर बने पवन घुरैया ने बताया कि मैं मेरे घर में पहला प्रशासनिक अधिकारी बना हूं.

मप्र लोकसेवा आयोग ने आखिरकार साल 2021 की राज्य सेवा परीक्षा का परिणाम घोषित किया है. इसमें ग्वालियर के सुरेश नगर के रहने वाले पवन घुरैया  ने डिप्टी कलेक्टर का पद अपने नाम किया है. इस महत्वपूर्ण सफलता मिलने पर उनका कहना है उन्होंने कमजोर तबके के युवाओं के मन में MPPSC क्लियर करने की ललक देखी है, वे उनकी मदद करना चाहते हैं.डिप्टी कलेक्टर बने पवन घुरैया ने बताया कि मैं मेरे घर में पहला प्रशासनिक अधिकारी बना हूं. पिता हेमंत सिंह हाउसिंग बोर्ड में SDO हैं, मां पुष्पा हाउस वाइफ.

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तीन साल से MPPSC की तैयारी में जुटा 

मैं तीन साल से MPPSC की तैयारी में जुटा था.मैं अपनी जिम्मेदारी संभालने के साथ अब ऐसे बच्चों को गाइड करना चाहता हूं, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके मन में ऊंचाई पर पहुंचने की ललक हो.

पवन ने बताया कि मैं तीन साल से MPPSC की तैयारी में जुटा था.मैं अपनी जिम्मेदारी संभालने के साथ अब ऐसे बच्चों को गाइड करना चाहता हूं, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके मन में ऊंचाई पर पहुंचने की ललक हो. पवन केसर कामयाबी पर उनके परिजन भी उत्साहित नजर आए.

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यूपीएससी का है सपना 

मां पुष्पा सफलता के बाद बेटे पवन का मुंह मीठा करती हुईं. एक समूह चित्र में परिवार के अन्य लोग..

उनकी मां पुष्पा घुरैया अपने बेटे की इस कामयाबी से बहुत खुश है. वे बोली आज बहुत अच्छी फीलिंग आ रही है. क्योंकि मेरे बेटे ने बहुत मेहनत की है. वे कहती है कि उन्हें गर्व है.उनके पिता ने कहा कि मेरे बेटे ने बहुत कड़ी मेहनत की थी, और शुरू से ही वह होनहार छात्र था. ग्वालियर ग्लोरी से 12 वीं, में 96 परसेंट प्राप्त कर देहली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के लेडी श्रीराम कॉलेज से बहुत अच्छे नंबर से ग्रेजुएशन की और एमपीपीएससी  (MPPSC) में पहली बार में ही डिप्टी कलेक्टर पद पर इनका चयन हो गया. हालांकि उनके बेटे का सपना यूपीएससी क्रैक करने का है.

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