मध्य प्रदेश में बिजली चोरी की सूचना देने पर भी आपको तगड़ा इनाम मिलेगा. कंपनी बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रही है. इसी तरह राज्य के स्वामित्व वाली बिजली वितरण कंपनी मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड ने 100 दिनों में बिजली चोरी और दूसरी गड़बड़ियों की सूचना देने वाले नागरिकों को इनाम के रूप में 15.5 लाख रुपये से अधिक की राशि दी है. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी पंकज स्वामी ने बताया कि कंपनी ने अपना ऐप ‘वी-मित्र' पेश किया था, जिस पर 30,000 शिकायतें दर्ज की गईं. इनमें से 17,200 शिकायतों की पुष्टि हुई और 3,850 मामलों में गड़बड़ियां पाई गईं.
बैंक खातों में पहुंची इनामी राशि
अधिकारी ने बताया कि बिजली चोरी या गड़बड़ियों के 3,150 सत्यापित मामलों में लोगों के बैंक खातों में सीधे 15.5 लाख रुपये से ज्यादा की इनाम राशि जमा की गई, जिसके लिए किसी कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ी. उन्होंने कहा कि ऐप को शुरू किए 100 दिन हो चुके हैं.
दोषियों के खिलाफ 4.64 करोड़ के बिल जारी
स्वामी ने बताया कि इस दौरान कंपनी ने दोषियों के खिलाफ 4.64 करोड़ रुपये के बिल जारी किए और उनसे 23 लाख रुपये की वसूली की. जिन इलाकों में गड़बड़ियां पाई गईं, वहां बिजली विभाग के कर्मचारियों पर भी जुर्माना लगाया गया.
कर्मचारियों पर 3.25 लाख रुपये का अंतरिम जुर्माना
उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारियों पर 3.25 लाख रुपये का अंतरिम जुर्माना लगाया गया और 91 मामलों में 26,000 रुपये वसूल किए गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि ऐप के जरिए नए कनेक्शन और लोड बढ़ाने के 3,100 मामले भी दर्ज किए गए हैं.
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