Rewa News: मध्य प्रदेश की रीवा की रेलवे पुलिस ने एक ऐसे शातिर अपराधी को पकड़ा है, जो पिछले 20 साल से रेलवे में सफर करते हुए अकेली महिलाओं को देखकर पहले उनसे अच्छे संबंध बनाता था. फिर चाय पिलाने, पानी पिलाने या अन्य किसी बहाने से नशीली दवा दे देता था. ये पीकर महिलाएं बेहोश हो जाती थीं, उसके बाद वह उनका सामान लेकर गायब हो जाता था.
करीब पिछले 20 साल से रेलवे में जहरखुरानी करने वाला आरोपी रीवा पुलिस की हिरासत में है. आरोपी के खिलाफ उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश के कई जिलों में अपराध दर्ज हैं. वह 7 साल जेल की हवा भी खा चुका है. जेल से बाहर निकलकर उसने इस काम को दोबारा शुरू कर दिया था. उसके खिलाफ नरसिंहपुर, शहडोल, जबलपुर, कटनी, रीवा में मामला दर्ज है.
ऐसा ही कुछ उसने एक बार नरसिंहपुर में किया था, जिसमें वह पकड़ा गया था. उसे 7 साल की सजा हुई थी. जेल से छूटने के बाद उसने फिर से जहरखुरानी का काम प्रारंभ कर दिया.
12 अक्टूबर को भी किया था ये काम
पिछले 12 अक्टूबर को उसने जहरखुरानी की घटना को अंजाम दिया था, जब दो महिलाएं बिलासपुर से रीवा आ रही थीं. कटनी स्टेशन में उसने उनसे जान पहचान बनाई और कहा कि सतना स्टेशन में वे उन्हें अच्छी चाय पिलाएगा. सतना स्टेशन में चाय में उसने नशीली दवा मिलाई और चाय महिलाओं को पिलाई. महिलाएं बेहोश हो गईं, तब वह महिलाओं का मंगलसूत्र नकदी लेकर फरार हो गया. रीवा रेलवे ने मामले की जांच की और आरोपी को पकड़ने में कामयाबी पाई.
पिछले 20 साल से कर रहा है जहरखुरानी का काम
पकड़ा गया अपराधी राजेश अरोड़ा पिता राम बहादुर अरोड़ा, उम्र 59 साल, निवासी न्यू कबीर नगर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश पिछले 20 सालों से रेलवे में सफर करते हुए जहर खुरानी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था. उसने अपना घर 20 साल पहले छोड़ा था. उसके बाद ट्रेन में सफर करते हुए, अपना समय काट रहा था. जब भी कहीं महिलाओं को अकेला देखता वह उनसे जान पहचान बनाता. पहले उनकी मदद करता, उनका विश्वास जीतता, उसके बाद पानी या चाय के बहाने उन्हें नशीली दवा देता था. जिससे महिलाएं बेहोश हो जाती थीं. फिर मौका देखकर उनका सामान लेकर वह गायब हो जाता था. वह पूरा सामान अपने बैग में रखता था, जब जरूरत होती थी बेच लेता था.
कैसे पकड़ा गया शातिर अपराधी?
बीते 12 अक्टूबर को दो महिलाएं बिलासपुर रीवा ट्रेन से रीवा से अपने घर शहडोल जा रही थीं. रीवा रेलवे स्टेशन में राजेश दोनों महिलाओं से मिला, उनसे जान पहचान बनाई. उनको कहा कि आपको सतना स्टेशन में अच्छी चाय पिलाऊंगा. महिलाओं का विश्वास जीतने के बाद जब ट्रेन सतना रेलवे स्टेशन में पहुंची, तब उन्हें चाय के साथ पानी और कुछ खाने के लिए दिया. इसके चलते महिलाएं बेहोश हो गईं. कटनी और सतना के बीच वह दोनों महिलाओं के पास मौजूद मंगलसूत्र, चैन, नगदी, पायल, चुराकर फरार हो गया. महिलाएं बेहोश होने की वजह से शहडोल में उतरने की जगह सीधे बिलासपुर पहुंच गई. वहां अस्पताल में एडमिट हो गईं.
ठीक होने के बाद पीड़ित महिला सुंदर बाई गोले, निवासी धरोला मोहल्ला शहडोल, और एक अन्य महिला ने इसकी शिकायत शहडोल में रेलवे पुलिस को पास की थी. क्योंकि मामला रीवा का था. इसलिए जांच के लिए जीआरपी रीवा के पास पूरा मामला पहुंचा. जीआरपी ने घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, उसके बाद आरोपी की पहचान पुख्ता हो गई. आरोपी को उम्मीद नहीं थी कि जीआरपी पुलिस उसको रीवा में खोज रही है. क्योंकि कभी भी उसने रीवा रेलवे स्टेशन में कोई भी वारदात नहीं की थी. वह अन्य शिकार की तलाश में रीवा पहुंचा. जीआरपी पुलिस नजर बनाए हुए थी. जैसे ही आरोपी नजर आया, फौरन ही उसको गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी के पास से मंगलसूत्र सहित ज्वेलरी का सामान, लगभग 97 हजार रुपए का बरामद कर लिया गया है. नकदी आरोपी ने खर्च कर दिया था.
7 साल की सजा काट चुका है आरोपी
आरोपी के पकड़े जाने के बाद उसने पूछताछ में बताया कि वह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में जहर खुरानी की घटना को अंजाम देता था. वह अपना समय ट्रेन में ही चलते हुए बिताता था और लूट के पैसे से अपना घर चलाता था. आरोपी के ऊपर नरसिंहपुर में जहरखुरानी का आरोप साबित हुआ थी, जिसके चलते उसे 7 साल की सजा हुई थी. शहडोल मामले में वह बरी हो गया था. इसके अलावा जबलपुर, कटनी, सतना में भी उसके ऊपर मामले दर्ज हैं. वह लूट का माल बनारस और बिहार में अन्य जगहों में बेचा करता था.
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