MP News: सतना की भरी अदालत में युवती को मां-बाप ने घसीटा, फिर भी प्रेमी के पक्ष में बयान देने से नहीं रोक पाए

Madhya Pradesh News: कथित रेप पीड़िता अपने प्रेमी और उसकी मां के साथ पास्को एक्ट की स्पेशल कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराने पहुंची थी. इसी दौरान पीड़िता के परिजनों ने आरोपी शिवांशु बारी के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस पर जब बीच बचाव करने आरोपी की मां और पीड़िता सामने आई, तो परिजनों ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया.

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Satna News: सतना जिला न्यायालय परिसर में मंगलवार की दोपहर अजीब-ओ-गरीब नजारा देखने को मिला. यहां एक युवती को माता पिता जिस रेप के आरोपी के खिलाफ बयान दिलाना चाहते थे. वह उसी के पक्ष में बयान देकर उलटे मां-बाप को ही कठघरे में खड़ा कर दिया. पहले तो लड़की के परिजन युवती को बयान देने से रोकने की भरपूर कोशिश करते रहे. उसे घसीट कर कोर्ट परिसर से बाहर भी ले आए, लेकिन लड़की को अपने प्रेमी कथित रेप के आरोपी के पक्ष में बयान देने से रोक नहीं पाए.

 दरअसल, कथित रेप पीड़िता अपने प्रेमी और उसकी मां के साथ पास्को एक्ट की स्पेशल कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराने पहुंची थी. इसी दौरान पीड़िता के परिजनों ने आरोपी शिवांशु बारी के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस पर जब बीच बचाव करने आरोपी की मां और पीड़िता सामने आई, तो परिजनों ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं कथित रेप पीड़िता को परिजन उठा कर जिला न्यायालय के गेट के पास तक ले गए, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी और वकीलों के हस्तक्षेप के बाद रेप पीड़िता अपने परिजनों के चंगुल से छूटी और वापस कोर्ट के अंदर बयान देने जा सकी. जहां उसने अपने प्रेमी के पक्ष में बयान दिया और अंत में वह अपने आरोपी प्रेमी के साथ-साथ चली गई.

क्या था मामला

इस मामले की केस हिस्ट्री बहुत ही  गजब की है. दरअसल, ये पूरा प्रकरण सात सितंबर 2022 का है. तब पीड़िता नाबालिग थी. लड़की के परिजनों ने आरोपी शिवांश बारी पर नाबालिग लड़की को भगा ले जाने का आरोप था और कोलगंवा थाने में आरोपी के खिलाफ धारा 366,376 एवं पॉक्सो एक्ट के तहत मामला कायम कराया गया था. इसके बाद पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया था. पुलिस के मुताबिक इसके बाद लड़की एक बार फिर भाग गई. वह फिर आरोपी शिवांशु बारी के पास से बरामद हुई. इसी सिलसिले मंगलवार को कोर्ट में लड़की के बयान होने थे, जिस पर लड़की पक्ष के लोग इस बात से नाराज थे, जिसके चलते कोर्ट परिसर में जमकर हंगामा हो गया. हालांकि, बाद में मामला शांत हो गया और लड़की के बयान के बाद वह अपने प्रेमी के साथ घर चली गई, लेकिन हैरानी की बात है कि न्यायालय परिसर में पुलिस की मौजूदगी में सरे राह कानून व्यवस्था की जमकर धज्जियां उड़ी.

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वकीलों को देनी पड़ी दखल

इस पूरे घटनाक्रम में प्रत्यक्षदर्शी रहे अधिवक्ताओं ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया . वकीलों ने कहा कि कोर्ट परिसर में ऐसी घटना होना बेहद ही निंदनीय है. यह घटना न्यायपालिका पर हमला होने के जैसा है. उन्होंने कहा कि न्यायालय के अंदर न्यायाधीश के सामने हर व्यक्ति को अपना पक्ष पूर्ण स्वतंत्रता के साथ रखने का अधिकार है, लेकिन इस घटना से न सिर्फ लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, बल्कि न्यायालयीन प्रक्रिया पर भी हमला होने जैसा मान रहे हैं. इस घटना के पीछे कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन को भी लापरवाही उजागर हुई है.

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