NDTV की खबर का असर: 45 करोड़ की निर्माणाधीन सड़क में हुए भ्रष्टाचार के खुलासे से PWD विभाग में मचा हड़कंप

MP News: मध्य प्रदेश के डिंडौरी में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है. यहां 45 करोड़ रुपये की लागत से हो रहे सड़क निर्माण में NDTV द्वारा भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग में हड़कंप मच गया है.

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Corruption in Raod Construction: मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले (Dindori) में सड़क निर्माण में धांधली को लेकर लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) एक बार फिर सवालों के घेरे में है. दरअसल, जिले के बजाग से समनापुर तक 45 करोड़ रुपये की लागत से करीब 32 किलोमीटर की सड़क का कराया जा रहा है. निर्माणाधीन सड़क में जर्जर हो चुके पुराने पुलों को अपग्रेड करने के नामपर इस कदर भ्रष्टाचार किया गया है कि पुल पर लगा कंक्रीट हाथ लगाने मात्र से उखड़ रहा है. वहीं इलाके के लोगों ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों पर सड़क निर्माण कंपनी जीआरटीसी से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. 

NDTV के रियालिटी चेक में हुआ भ्रष्टाचार का खुलासा 

बता दें कि डिंडौरी जिले के बजाग एवं समनापुर विकासखंड मुख्यालय में रहने वाली विशेष संरक्षित बैगा जनजाति बाहुल्य ग्रामों को जोड़ने के उद्देश्य से लोकनिर्माण विभाग के द्वारा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन सड़क निर्माण के नाम पर विभागीय अधिकारी एवं सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. बजाग तहसील मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर टिकराटोला में जर्जर हो चुके पुराने पुलों को अपग्रेड करने के नाम पर बड़ा खेल किया गया है, जिसका दावा ग्रामीणों ने किया है.

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सड़क में लगा कंक्रीट हाथ लगाने पर निकल रहा है.

शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने नहीं लिया एक्शन

इसके अलावा अपग्रेड हो चुके पुल पर लगे कंक्रीट खुद ही भ्रष्टाचार की गवाही दे रहा है. NDTV ने टिकराटोला गांव में एक ऐसे ही अपग्रेडेड पुल का रियालिटी चेक किया है. जिसमें व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ. NDTV के खुलासे के बाद लोक निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया है. स्थानीय ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार के साथ मिलीभगत के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. ग्राम पंचायत मोहती के सरपंच सुकल सिंह ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा इस मामले को लेकर आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी पुराने पुल का रंग रोगन कर दिया गया. जिसकी शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया. 

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चोरी के खनिज से बनाई जा रही सड़क

सड़क निर्माण कंपनी जीआरटीसी के रसूख के अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि खनिज की चोरी के लिए धड़ल्ले से जगह-जगह अवैध उत्खनन किया जा रहा है. यहां तक कि रिजर्व फारेस्ट एरिया से लगे भूमि को खोखला कर खनिज की चोरी की जा रही है और जिम्मेदार विभाग सब कुछ जानकर भी अंजान बने बैठा है. समनापुर मुख्यालय में अवैध उत्खनन कर रहे सड़क निर्माण कंपनी के लोगों से जब NDTV की टीम ने उत्खनन सम्बन्धित सरकारी अनुमति के बारे में जानना चाहा तो वे जानकारी नहीं होने की बात कर चलते बने.

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ठेका कंपनी के ऊपर अवैध खनन के भी आरोप हैं.

अधिकारी दे रहे गोलमोल जवाब

सड़क निर्माण के नाम पर पुरानी सड़क को उखाड़कर गिट्टी बिछा दी गई है. जिसके कारण आए दिन हादसे भी होते रहते हैं. वहीं, ठेकेदार की मनमानी के चलते काफी धीमी गति से सड़क निर्माण का काम चल रहा है. जिसका खामियाजा कई गांवों के लोगों को उठाना पड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री एस एस ठाकुर से जब एनडीटीवी ने पुराने पुलों को अपग्रेड करने के नामपर हुए भ्रष्टाचार को लेकर सवाल किया तो साहब बिफर पड़े और अपने ही बयान में फंस भी गए. अधिकारी से जब हमने यह सवाल किया कि कितने पुराने पुलों को अपग्रेड किया जा रहा है तो वे उसका भी जवाब नहीं दे पाए. फिर जब हमने अपग्रेड किए हुए पुलों के गुणवत्ता को लेकर सवाल किया तो वे गोल-मोल बातें कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए.

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