Gwalior: पहली ही बारिश में घरों में घुसा पानी, GMC की खुली पोल! टूटा सब्र तो शुरू कर दिया जल धरना

Waterlogging In Gwalior: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पहली बारिश में ही नगर निगम के सारे दावों की पोल खुल गई है. आनंद नगर वार्ड 5 में लोगों के घरों में पानी घुस गया है. विरोध में लोगों ने गंदे पानी पर कुर्सियां रखकर जल धरना शुरू कर दिया.

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ग्वालियर में घरों में घुसा पानी तो विरोध में जल धरने पर बैठे पार्षद और आम लोग.

Monsoon 2024 Update: घर के अंदर भी पानी, घर के बाहर भी पानी. जहां देखो वहां पानी ही पानी. ये हाल है ग्वालियर नगर निगम क्षेत्र का. जहां आनंद नगर वार्ड 5 में लोगों के घर के अंदर पानी घुस गया. इस पानी ने निगम के सारे दावों की पोल खोल दी. नाराज लोग और कांग्रेस नेता पानी पर ही कुर्सियां रखकर धरने पर बैठ गए हैं. जल धरने की तस्वीरें सामने आने के बाद निगम के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.

निराकरण करने की मांग

ग्वालियर में अभी मानसून आया भी नहीं है. प्री मानसून की बरसात ही लोगों के लिए आफत बनती जा रही है. तमाम दावों को झुठलाते हुए शहर के अलग-अलग इलाकों में लगातार जलभराव की समस्या देखने को मिल रही है. शनिवार को नगर निगम के आनंद नगर वार्ड 5 में जल भराव से परेशान स्थानीय लोगों और पार्षद ने गंदे पानी के बीच बैठकर यहां धरना दिया और समस्या का निराकरण करने की मांग की.

जगह-जगह जलभराव हो रहा 

घरों में पानी घुसने के बाद मीडिया को समस्या से अवगत कराते हुए स्थानीय लोग.

जब जलभराव के कारण चौराहे पर पानी जमा हो गया तो स्थानीय लोगों के सब्र का बांध टूट गया. स्थानीय पार्षद के साथ ही लोगों ने गंदे पानी के बीच बैठकर धरना देना शुरू कर दिया.

नगर निगम द्वारा एक ओर जहां ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, तो वहीं पहली ही बारिश में नगर निगम के दावों की पोल खुल गई है. शहर में बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव हो रहा है और नालियां ओवरफ्लो हो रही हैं.  

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इन पर गंभीर आरोप 

कांग्रेस नेता सुनील शर्मा भी मामले की जानकारी लगने पर मौके पर पहुंचे. शर्मा ने विरोध प्रदर्शन करते हुए निगम प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा एक ओर तो करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत कुछ और है. आज लोगों के घरों में पानी जा रहा है और निगम अधिकारी अपने बंगलों में सो रहे हैं. शहर में जब लोग परेशान हैं, तो अधिकारियों को अपने बंगलों से बाहर निकाल कर मैदान में आना चाहिए, जिससे लोगों को परेशानी से निजात मिल सके.

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