MP Doctors Protest News: इन दिनों पूरे मध्य प्रदेश के सरकारी डॉक्टर्स (Sarkari Doctors) अपनी लंबित मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. 21 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों (Hospitals) और चिकित्सा संस्थानों (Medical College) में डॉक्टर प्रतीकात्मक रूप से अमानक दवाइयों (Substandard Medicines) की होली जलाकर विरोध दर्ज करा रहे हैं. राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर में अस्पताल के बाहर अमानक दवाइयों की सांकेतिक होली जलाई गई. डॉक्टरों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में अमानक दवाइयों की सप्लाई से मरीजों और डॉक्टरों को परेशानी हो रही है.
MP Doctors on Strike Protest: मध्य प्रदेश सरकारी डॉक्टर्स ने किया हड़ताल का ऐलान
Photo Credit: Ajay Kumar Patel
भोपाल में क्या हुआ?
मध्य प्रदेश में अमानत दवाइयां का मुद्दा एक बार फिर गरमाने लगा है. 21 फरवरी को राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर राकेश मालवीय बताया कि "हमने अमानक दवाइयां की होली जलाई. तमाम डॉक्टर पर्चो में दवाइयों के नाम लिखकर लाए थे."
MP Doctors Protest: इन दवाओं पर मचा है घमासान
MP Doctors on Strike Protest: मध्य प्रदेश सरकारी डॉक्टर्स ने किया हड़ताल का ऐलान
Photo Credit: Ajay Kumar Patel
समर्थन में आया जूडा
चिकित्सकों के आंदोलन को मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है. गुरुवार को जूडा ने भी काली पट्टी बांधकर काम किया. यदि 25 फरवरी तक सरकार ने चिकित्सकों की मांगें नहीं मानी तो प्रदेश में हड़ताल शुरू हो सकती है. इसमें जूडा भी हड़ताल पर चला जाएगा, जिससे मप्र के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने की आशंका है.
क्या है मामला?
अभी सरकार ने कुछ दिन पूर्व कुछ दवाइयां पर प्रतिबंध लगाया था. लेकिन सरकार ही उन दवाइयां को खरीद रही है, जबकि डॉक्टरो का कहना है, इन दवाइयां में जो भी कंटेंट मिलाये गए हैं. वह मानक के अनुरूप नहीं है. जिसके चलते इनको सरकार द्वारा प्रतिबंध किया गया है. इन दवाइयां में बीमारी ठीक करने के लिए जो भी कंटेंट मिलाए जाते हैं, उनका एक पैमाना होता है, इन दवाइयां में वह पैमाना स्तर नहीं है. जिसके चलते आज हम दवाइयां की सांकेतिक रूप से होलिका दहन कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर 500 एम जी की कोई दवा है, उसमें दो-तीन चीज मिलाई गई है, उन चीजों को मिलने के बाद वह दवा 500 एमजी की होनी चाहिए तभी वह मरीज को लाभ पहुंचाएगी लेकिन ऐसा नहीं होता है, उसमें मिलाए गए कंटेंट उचित मात्रा में नहीं है. जिसके चलते मरीज को ठीक करने के लिए जितनी मात्रा में वह कंटेंट चाहिए होता है, उसे नहीं मिलता. इसी आधार पर सरकार ने कुछ दवाइयां पर प्रतिबंध लगाया था. लेकिन आज भी वह दवाइयां सप्लाई हो रही हैं.
यह भी पढ़ें : MP Doctors Strike: डॉक्टरों ने किया हड़ताल का ऐलान, स्वास्थय सेवाएं रहेंगी ठप | Breaking News | MPCG
यह भी पढ़ें : MP Laptop Yojana: 89710 प्रतिभाशाली स्टूडेंट को लैपटॉप! CM ने ट्रांसफर किए ₹224 करोड़, कहा-काक चेष्टा...
यह भी पढ़ें : Jaivik Kheti: 2 दिनों तक नेचुरल फॉर्मिंग पर चर्चा, जैविक खेती वर्कशाॅप में CM मोहन ने कहा- केमिकल से बचें
यह भी पढ़ें : PM Modi in MP: 20 से अधिक दुकानों की पड़ताल! बागेश्वर धाम से भोपाल तक ऐसी है PM मोदी के स्वागत की तैयारी