MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Dr Mohan Yadav) नीमच के नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने नीमच पहुंचे थे, लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन के पहले जिले के दो विधायकों में जमकर तू-तू, मैं-मैं हो गई. मामला इतना गरमाया कि इसकी शिकायत आलाकमान तक पहुंच गई.
दरअसल, नीमच में मेडिकल कॉलेज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअली उद्घाटन होने जा रहा था. इस समारोह में मुख्यमंत्री मोहन यादव बतौर अतिथि शिरकत करने आ रहे थे. पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में मुख्यमंत्री के स्वागत को लेकर होड़ मची थी. सभी नेता अपने समर्थकों साथ मुख्यमंत्री का स्वागत करना चाहते थे. जानकारी के अनुसार, इसी दौरान नीमच के कुछ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को हवाई पट्टी पर जाने से पुलिस द्वारा रोका गया. पुलिस के पास जो पहले से कार्यकर्ताओं की लिस्ट थी उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था. रात दिन दौड़ने वाले पदाधिकारी और कार्यकर्ता जब वंचित रह गए तो बात सामने आई कि किनके समर्थकों के ज्यादा और किनके कम नाम दिए.
‘मुझसे बात मत करना'
इसे लेकर विधायक दिलीपसिंह परिहार से जब कार्यकर्ताओं ने शिकायत की तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. उनके निशाने पर आए वहीं मौजूद पूर्व कैबिनेट मंत्री और जावद के विधायक ओमप्रकाश सकलेचा. इस मुद्दे पर विधायक परिहार और सकलेचा के बीच जमकर बहस हुई. नीमच विधायक परिहार, जावद विधायक को कहते देखे गए कि जावद तक ठीक है यहां इंटरफेयर क्यों. बात इतनी बढ़ी कि सकलेचा तल्ख आवाज में बोले प्लीज..मेरे से बात मत करना. जवाब में नीमच विधायक ने भी कहा आप भी मुझसे बात मत करना.
इस घटनाक्रम का वीडियो भी अब जमकर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री यादव और संगठन तक भी पहुंचाई गई है. दूसरी तरफ लोग हालात पर चटखारे लेकर चर्चाएं कर रहे हैं.
क्या बोले दोनों नेता?
नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा- मैंने उनसे कहा कि आप जावद में भी हमारे लोगो को बैठाया करो और यहां भी अपने कार्यकर्ताओं को लेकर आते हो. हमारे कार्यकर्ता जब अंदर जा रहे तब पुलिस प्रशासन ओर जिलाध्यक्ष जी सब ने मिलकर रूकवा दिया. जिलाध्यक्ष जी जावद में कुछ बोलते नहीं हैं, मानासा में कुछ बोलते नहीं है. नीमच में यह दोनों मिलकर बोलते हैं. जिन्होंने हमें चुनाव जिताया है उन्हें तो मुख्यमंत्री जी को माला पहनाने दो.
वहीं जावद के विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा- मेरी इस बात पर ना कोई चर्चा हुई है, ना बात हुई. दिलीप जी ने पूछा कि उनके कार्यकर्ताओं को एसपी ने रोक होगा. वह एसपी से कह रहे थे कि सकलेचा जी के कहने से रोका होगा, तो मैंने कहा मेरा कोई इंटरफेयर नहीं है. तो मैंने कहा आप जानो और जिलाध्यक्ष जी जाने. इसके अलावा मेरी कोई डायलॉग नहीं हुई है, आप वीडियो में सुन लीजिएगा.
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