खरगोन जिले के बड़वाह में नर्मदा नदी किनारे एक्वाडक्ट पुल (Aqueduct Bridge) के पास बीते 48 घंटों में 80 से अधिक तोतों की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया है. शुरुआत में बर्ड फ्लू की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है.
तोतों की मौत किसी संक्रमण से नहीं, बल्कि फूड पॉइजनिंग और गलत खान-पान की वजह से हुई है. स्थानीय लोगों की सूचना पर पशु चिकित्सा विभाग और वाइल्ड लाइफ टीम मौके पर पहुंची और मृत पक्षियों के सैंपल लिए.
डॉक्टर ने क्या बताया
पोस्टमॉर्टम में सामने आया कि तोतों ने ऐसा भोजन खा लिया था, जो उनके पाचन तंत्र के लिए घातक साबित हुआ. पोस्टमॉर्टम करने वाली डॉ. मनीषा चौहान पशु चिकित्सक ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के दौरान तोतों में फूड पॉइजनिंग के स्पष्ट लक्षण पाए गए हैं.
बर्ड फ्लू से संबंधित कोई भी लक्षण सामने नहीं आए हैं. कई बार लोग अनजाने में पक्षियों को ऐसा भोजन दे देते हैं, जो उनके लिए जानलेवा हो सकता है.
पेट में मिले चावल और छोटे कंकर
डॉ. सुरेश बघेल पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी ने बताया कि मृत तोतों के पेट में चावल और छोटे कंकड़ मिले हैं. प्रथम दृष्टया यह मामला पूरी तरह से गलत खान-पान का है. खेतों में कीटनाशक छिड़काव के बाद दाना चुगना और फिर नर्मदा किनारे पानी पीना भी पक्षियों की मौत का बड़ा कारण बन सकता है.