मध्य प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन या विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद वोटर लिस्ट से 42,74,160 नाम हटा दिए गए हैं और 8,46,184 वोटर अनमैप्ड पाए गए हैं. भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने राज्य में एसआईआर के पहले चरण के बाद तैयार की गई ड्राफ्ट वोटर लिस्ट मंगलवार दोपहर राजनीतिक पार्टियों के साथ मीटिंग के बाद जारी की.
इलेक्शन कमीशन के अनुसार, लिस्ट से हटाए गए वोटरों में से 19.19 लाख पुरुष और 23.64 लाख महिलाएं थीं. 45 दिनों तक चली घर-घर जाकर वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के बाद नाम हटाने की प्रक्रिया की गई. एमपी में 7 नवंबर से एसआईआर शुरू हुई थी. इस दौरान बूथ लेवल अधिकारियों ने राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में वोटरों का विवरण जांचा. कुल 5,74,06,143 पंजीकृत वोटरों में से रिवीजन प्रक्रिया के दौरान 5,31,31,983 वोटरों ने एन्यूमरेशन फॉर्म जमा किए.
एक से ज्यादा जगह नाम वाले मतदाताओं के कटेंगे नाम
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा ने कहा कि इस प्रकार 42,74,160 मतदाताओं ने अपने गणना पत्र प्रस्तुत नहीं किए. उन्होंने कहा कि मतदाता नामावलियों में एक से अधिक स्थानों पर नामांकित पाए गए मतदाताओं का नाम केवल एक स्थान पर ही रखा जाएगा. अधिकारी ने कहा कि योग्य मतदाता 23 दिसंबर से 22 जनवरी तक दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे और उसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से अंतिम आंकड़े जारी किए जाएंगे.
मतदाताओं की भागीदारी यह दर्शाती है कि एसआईआर की प्रक्रिया के प्रथम चरण में लोगों ने व्यापक और प्रभावी सहभागिता दिखाई. निर्वाचन आयोग ने देशभर के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर की प्रक्रिया की घोषणा की थी.
उन्होंने कहा कि सभी छह राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के क्षेत्रीय प्रतिनिधियों, उनके जिला अध्यक्ष द्वारा सक्रिय सहभागिता की गई. उनके द्वारा 1,35,882 बूथ लेवल एजेंट (बीएलओ ए) नियुक्त किए गए. उन्होंने एसआईआर दिशानिर्देशों के पैरा 5 (बी) का हवाला देते हुए कहा कि ईआरओ/एआरओ द्वारा बिना किसी सूचना के 23 दिसंबर को प्रकाशित मसौदा सूची से कोई नाम नहीं हटाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि आयोग, पारदर्शी, सहभागी और समावेशी पुनरीक्षण प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध है ताकि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई अपात्र नाम मतदाता सूची में रह ना जाए.
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मृत मतदाता
- जबलपुर- 51,357 मृत मतदाता
- इंदौर- 43,700 से अधिक मृत मतदाता
- निवाड़ी- 5539 मृत मतदात
- सबसे कम पांढुर्ना में 4 हजार से अधिक मृत मतदाता
गैर हाजिर मतदाता
इंदौर- 1,75,424
अलीराजपुर- 672 सबसे कम
शिफ्टेड मतदाता
- 2,86,000 से अधिक मतदाता भोपाल में शिफ्ट हुए
- 1 लाख 97 हजार से अधिक इंदौर में मतदाता शिफ्ट हुए
- पांढुर्ना में 5,784 मतदाता
- डिंडौरी में 6,989 मतदाता
डुप्लीकेट या पहले से एनरोल की गई एंट्री सबसे ज्यादा बुरहानपुर में 23,594 थीं, उसके बाद इंदौर में 22,808, धार में 14,000 से ज्यादा और भोपाल में 14,171 थीं, जबकि उमरिया और अगर मालवा में ऐसे क्रमशः 968 और 988 मामले सामने आए.
जिन वोटरों का पता नहीं चला, जो बड़े शहरों में थे (अनमैप्ड वोटर)
- इंदौर- 1,33,696
- भोपाल- 1,16,925
- ग्वालियर - 68,540
- उज्जैन- 48,035
- सीधी- 1356
सभी ऐसे वोटर्स को नोटिस जारी किए जाएंगे और इस काम के अगले चरण में जरूरी डॉक्यूमेंट्स इकट्ठा किए जाएंगे.