Dhar News: खेत से निकल रहा काला पानी, सैंपल लेने के बाद जांच रिपोर्ट का इंंतजार, किसान ने लगाए ये आरोप

Pithampur Toxic Water: पीथमपुर औधोगिक क्षेत्र में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने को लेकर कुछ दिनों पहले तक यहां लगातार आंदोलन जारी था. यहां जहरीले कचरे की चर्चा सुखियों में थी वहीं अब ट्यूबवेल से काला और गंदा पानी निकालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

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Pithampur Industrial Area: खेत के बोर से निकल रहा काला पानी

Dhar News: पीथमपुर औधोगिक क्षेत्र (Pithampur Industrial Area) के ग्राम सागौर में स्तिथ एक खेत में लगे पानी के ट्यूबवेल (Borewells) से काली पानी (Black Water) निकालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral Video) होने के बाद बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया. यह वीडियो क्षेत्र के एक किसान (Kisan) द्वारा पोस्ट किया गया था. वीडियो में किसान के खेत में मौजूद बोरिंग से काला पानी निकलता हुआ दिखा रहा है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मौके पर एसडीएम (SDM) प्रमोद सिंह गुर्जर राजस्व विभाग (Revenue Department) की टीम एवं प्रदूषण विभाग (Pollution Control Borad) के अधिकारी अजय मिश्रा किसान के खेत पर पहुंचे और बोरिंग चालू करवा कर पानी की जांच के लिए सैंपलिंग की गई.

अधिकारियों ने क्या कहा?

मौके पर पहुंचे प्रदूषण विभाग अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच के लिए आला अधिकारियों द्वारा मौके पर पहुंच जांच के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद किसान के खेत पर आकर बोरिंग के पानी की जांच कर सैंपलिंग की गई. तीन दिन में पानी की जांच रिपोर्ट आने के बाद पता लग पाएगा कि पानी किन मानकों पर दूषित है.

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किसान का क्या कहना है?

जिस किसान के खेत का वीडियो वायरल हुआ है, उसका साफ़तौर पर कहना है कि आसपास के उद्योगों द्वारा अग्रेंड नदी में दूषित केमिकल युक्त पानी छोड़ा जाता है. जिससे के कारण ट्यूबवेल का पानी पूरी तरह दूषित हो गया है. दो-तीन दिन अगर ट्यूबवेल को नहीं चलाया जाता है, तो शुरुआती दौर में ट्यूबवेल का पानी काला और बदबूदार निकलता है. उसी कड़ी में आज मेरे द्वारा ट्यूबवेल को चालू किया था, जिसका पानी काला निकाल रहा था.

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किसान ने कहा पहले भी हम लोग कई बार प्रदूषण विभाग से शिकायत कर चुके हैं कि उद्योगों का पानी लगातार नदी में छोड़ा जा रहा है. जिससे आसपास की फासलें बर्बाद हो रही हैं. वहीं अब ट्यूबलवेल का पानी पूरी तरह दूषित हो चला है, पानी पीने योग्य नहीं बचा है.

ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार का कोई यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी हम लोग कई बार दूषित पानी को लेकर पीथमपुर में आंदोलन कर चुके हैं. शिकायत के बाद प्रदूषण विभाग के अधिकारी मौका मुआयना तो करते हैं, जांच रिपोर्ट का बाद में पता नहीं क्या होता है? कोई भी ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिली है.

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