Dr. Rakesh Singh Kushwaha: डॉ राकेश सिंह कुशवाहा बने MCBU के नए कुलगुरु, किया पदभार ग्रहण

MCBU New Vice Chancellor : मध्य प्रदेश शासन ने महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमिताओं का मामला उजागर होने के बाद कुलपति के अधिकार छीन लिए गए थे.शासन ने एक आदेश जारी कर धारा 52 (1) के तहत कार्रवाई प्रस्तावित की थी.

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MCBU New Vice Chancellor: डॉ राकेश सिंह कुशवाहा महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के नए कुलगुरु यानी कुलपति बने हैं. सोमवार की रात 8:30 बजे राकेश सिंह ने पदभार ग्रहण कर लिया. राकेश कुशवाहा इससे पहले जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में कुलसचिव के पद पर थे. बता दें कि MCBU में भारी वित्तीय अनियमितताओं का मामला उजागर के बाद मध्य प्रदेश सरकार की ओर से धारा 52 लागू कर दिया गया था. वहीं पूर्व कुलपति शुभा तिवारी के अधिकार भी सीज कर दिए गए थे. 

MCBU के नए कुलपति बने डॉ राकेश सिंह कुशवाहा

राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल की ओर से एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि डॉ राकेश सिंह कुशवाह को महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर का नया कुलगुरु नियुक्त किया है. 

कौन हैं डॉ राकेश सिंह कुशवाहा?

डॉ राकेश सिंह कुशवाहा का जन्म 02 दिसंबर 1962 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात राजपुर में हुआ.उनहोंने आपने शासकीय विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर से बीएससी में स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के वनस्पतिकी अध्ययनशाला से एमएससी बॉटनी में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की. इसके बाद 1990 में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से वनस्पति विज्ञान विषय में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की.

राकेश सिंह कुशवाहा साल 1986 में शासकीय महाविद्यालय मुरार ग्वालियर में वनस्पति शास्त्र सहायक प्राध्यापक के पद पर रहे. इसके बाद 1995 से 2015 तक शासकीय विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर में सेवाएं दीं.  दिसंबर 2016 से जनवरी 2019 तक जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में परीक्षा नियंत्रक के रूप में पदस्थ रहे. 03 मई 2023 से 09 मई 2025 तक संस्कृति विभाग के अंतर्गत संचालित राजा मानसिंह तोमर संगीत व कला विश्वविद्यालय ग्वालियर में कुलसचिव के पद पर रहे. वहीं वर्तमान में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलसचिव के पद पर रहे.

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मध्य प्रदेश शासन ने महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की कुलपति के अधिकार छीन लिए थे. दरअसल, महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर में भारी वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय में धारा-52 लागू कर दी थी.यह कार्रवाई राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल की अनुशंसा पर हुई थी, जिसके बाद कुलपति के अधिकार छिन लिए गए थे.

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