थाने में शिकायत करना पड़ा भारी; पुलिस ने फरियादी को बांधकर पीटा, पीड़ित परिजन ने की न्याय की मांग

मऊगंज पुलिस पर serious आरोप लगे हैं जहां शिकायत करने पहुंचे मनोज साकेत को थाने में बांधकर पीटा गया. इस Mauganj police brutality मामले में human rights violation और police misconduct की जांच की मांग तेज हो गई है.

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Police Brutality in Madhya Pradesh: एमपी के मऊगंज जिले में पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है. इंसाफ की उम्मीद में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा फरियादी पुलिस की मनमानी का शिकार हो गया. पुलिस ने फरियादी को बंधक बनाकर इतना पीटा कि उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. पीड़ित के परिवार ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की है. 

दरअसल, पन्नी गांव के रहने वाले मनोज साकेत 15 अक्टूबर की शाम अपने रिश्तेदार विकास साकेत के साथ गांव के स्कूल के पास अंडा खाने गए थे. वहीं दो अन्य युवकों से मामूली बात को लेकर झगड़ा हो गया. इसी झूमाझटकी में मनोज घायल हो गया और विकास साकेत तभी से लापता है.

पुलिस ने की टालमटोल

परिजन जब रिपोर्ट लिखाने मऊगंज थाने पहुंचे, तो पुलिस ने दो दिनों तक मामले को टालते हुए उन्हें सिर्फ गुमशुदगी की रिपोर्ट देकर लौटा दिया. इससे नाराज परिजन पुलिस अधीक्षक के ऑफिस पहुंचे और पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की.

इंसाफ की आवाज़ उठाना पड़ा महंगा

शिकायत दर्ज करवाने के कुछ घंटों बाद रात लगभग 12 बजे पुलिसकर्मियों की एक टीम मनोज साकेत के घर पहुंची. उसे जबरन उठाकर थाने ले जाया गया. यहां महिला ऊर्जा डेस्क के कमरे में उसके हाथ-पैर रस्सी से बांधकर बेरहमी से पिटाई की. हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया और अगले दिन देर रात चुपचाप घर छोड़ दिया गया.

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मामला दबाने की कोशिश

सूत्र बताते हैं कि घायल हालत में भी मनोज को दो दिनों तक पुलिस अपने साथ घुमाती रही, ताकि उसके ज़ख्म और दर्द किसी के सामने न आएं. उधर, विकास साकेत का अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. परिजन लगातार उसकी तलाश और न्याय की मांग कर रहे हैं.

उच्चाधिकारियों की सख़्त प्रतिक्रिया

मामला सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल संज्ञान लिया. डायल 112 के ड्राइवर अमित पटेल और आसुलेश श्रीवास्तव के खिलाफ बीएनएस की धारा 396, 115 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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परिजनों ने जांच और सख़्त सजा की मांग की

परिजनों ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जाए. साथ ही लापता विकास साकेत की जल्द खोजबीन कर उसके परिवार को राहत दी जाए.

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