MP News: रीवा के फल अनुसंधान केंद्र कुठुलिया स्थित आमों की नर्सरी में आम दिवस मनाया गया. इस नर्सरी में 237 प्रकार के आम लगे हैं. इस मौके पर भारतीय फल अनुसंधान केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाटिल खासतौर से मौजूद रहे.
आज लोगों की मानसिकता बदल रही है. सभी वैरायटी के फल वह अपने घरों में लगाना चाहते हैं. अलग-अलग दिन अलग-अलग फल खाएंगे, यह सोच हरियाली को जन्म देती है. जिसकी आज की तारीख में सबसे ज्यादा जरूरत है. मध्य प्रदेश की बात की जाए तो, रीवा का सुंदरजा आम प्रदेश का सबसे बेहतर आम है. इसे 10 में से 10 नंबर मिलेंगे. विदेशी फलों की खेती भी हमारे यहां होने लगी है. किसानों को अभी थोड़ा इंतजार करना चाहिए. तीन-चार साल बाद अगर अच्छा रिस्पांस है, तभी उनको कमर्शियल रूप में लगाकर खेती करनी चाहिए. यह कहना था, बेंगलुरु से आए फल अनुसंधान केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाटिल का.
फल अनुसंधान केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाटिल, जिन्होंने यहां के किसानों को फलों की बारीकियां से परिचित कराया, उनका कहना था, किसी भी फल को व्यवसायिक रूप से लगाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. शौक के रूप में अपने घर में लगा सकते हैं, जिससे वातावरण भी शुद्ध होता है, आपको मनचाहा फल खाने के लिए मिल जाता है. प्रकाश पाटिल का कहना था, आज विदेशी फलों की खेती भी हमारे देश में होने लगी है. अब हम फलों का आयात काम करेंगे, हमारे यहां का मौसम कुछ फलों को उगाने में बेहद अनुकूल है. हमें रिजल्ट भी बहुत अच्छे मिल रहे हैं.
एक सवाल के जवाब में प्रकाश पाटिल का कहना था, सुंदरजा आम की खासियत उसको आम से खास बना देती है. मध्य प्रदेश की बात की जाए तो इस आम का कोई जवाब नहीं है.