मंडला में अनाथ बाघ को पाला और जंगल में छोड़ा, अब Wild Life जियेगा

 MP News: मध्य प्रदेश के मंडला में अनाथ बाघ का पालन कर उसे जंगल में छोड़ा गया है. अब वह वाइल्ड लाइफ जियेगा. 

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश का कान्हा टाइगर रिजर्व जहां अपनी जैव विविधता,बाघ और बारासिंघा के लिए देश ही नहीं दुनिया में प्रसिद्ध है, वहीं इस टाइगर रिजर्व की एक और खासियत ये है कि यहां देश के अनाथ हो चुके बाघ शावकों का लालन-पालन कर दोबारा से उन्हें जंगली बनाकर जंगल मे छोड़ा जाता है. ऐसे ही एक शावक को वयस्क बाघ बनाकर जंगल मे छोड़ा गया, जो अब वाइल्ड लाइफ जियेगा.

कौशल सिखाए गए 

दरअसल साल 2022 में पड़ोसी जिले सिवनी से एक 4 से 5 महीने के बाघ शावक को कान्हा के गौरेला कैंप में रिवाईल्डिंग के लिए लाया गया था. जिसे कान्हा टाइगर रिजर्व के अमले और विशेषज्ञों की निगरानी में लालन - पालन दिया गया . इस दौरान शावक को जंगल में शिकार और जीवित रहने के कौशल सिखाए गए. 

जब बाघ जंगल में दोबारा पुनर्वास के लिए प्रशिक्षित हुआ तो गुरुवार को उसे खुले जंगल में छोड़ा गया. हालांकि बाघ की रेडियो कॉलर और एक मॉनिटरिंग टीम के जरिए निगरानी की जाएगी. इस ऑपरेशन को कान्हा टाइगर रिजर्व की एक और बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है.

बता दें कि कान्हा टाइगर रिजर्व में घोरेल कैंप नाम से एक ट्रेनिग सेंटर बनाया गया है, जो बाघों को रिवाईल्ड करने में बड़ी भूमिका निभाता है. बताया ये भी जा रहा है कि कान्हा का यह कैंप 2008 में तैयार किया गया था, जो अब तक करीब  13 ऐसे बाघों को वन्य जीवन देने में सहायक हुआ है जो एक बड़ी उपलब्धि और कान्हा टाइगर रिजर्व के लिए बड़े गर्व की बात है. कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक रविन्द्रमनी त्रिपाठी ने इसकी जानकारी दी है. 

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