दांव पर थी मंत्री फग्गन सिंह कुहस्ते की प्रतिष्ठा, लेकिन MLA मरकाम पर भारी पड़ा MP का पराक्रम?

Mandla Lok Sabha Seat MP: दिलचस्प यह है कि मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा सीटों में से सिर्फ मंडला लोकसभा सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी ओमकार सिंह मारकम जीतता हुआ दिखाया जा रहा है, जबकि एमपी की 28 लोकसभा सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत पर मुहर लगाई गई है.

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फग्गन सिंह कुलहस्ते (फाइल फोटो)

6 Times MP Faggan Singh Kulhaste: केंद्रीय मंत्री और मंडला लोकसभा सीट से सांसद फग्गन सिंह कुहस्ते (Faggan Singh Kulaste) की डगर लोकसभा चुनाव 2024 में मुश्किल नजर आ रही थी, लेकिन लगातार छठी बार मंडला लोकसभा सीट से सांसद चुने गए कुलस्ते रुझानों में प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम (Omkar Singh Markam) का हराकर सातवीं बार चुनाव जीत गए हैं.

दिलचस्प यह है कि मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा सीटों में से सिर्फ मंडला लोकसभा सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी ओमकार सिंह मारकम जीतता हुआ दिखाया जा रहा है, जबकि एमपी की 29 लोकसभा सीटों में से 29 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत पर मुहर लग गई है.

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पिछले 30 सालों से बीजेपी के पास रही है मंडला लोकसभा सीट

मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है, पिछले 30 सालों से यह लोकसभा सीट बीजेपी के पास ही है. सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला से अब तक कुल 6 बार सांसद बन चुके हैं. फिलहाल, मांडला लोकसभा सीट सांसद कुलस्ते केंद्र में मोदी सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री हैं.

पिछले चुनाव में महज 6.4 फीसदी वोट सीट बचा पाए थे कुलहस्ते

लोकसभा चुनाव 2019 में महज 6.4 फीसदी से अपनी सांसद बचाने वाले फग्गन सिंह कुहस्ते एक आदिवासी चेहरा है. फग्गन सिंह को 7.37 लाख वोट मिले थे, जबकि प्रतिद्वंदी कमल सिंह मारवी को 6.39 लाख वोट मिले थे. यही नहीं, कुहस्ते आदिवासी बहुल निवास विधानसभा सीट भी हारे थे, जबकि इस चुनाव में बीजेपी बहुमत से सरकार बनाने में सफल रही थी.

आदिवासी बहुल मांडला लोकसभा सीट पर कुलहस्ते की पकड़ कमजोर हुई?

राजनीतिक जानकारों की मानें तो आदिवासी बहुल सीट निवास पर सांसद कुहस्ते की हार और लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस प्रतिद्वंदी से महज 6.4 फीसदी जीत दर्शाती है कि आदिवासी नेता की आदिवासी वोटरों में साख कमजोर हुई है, लेकिन लोकसभा चुनाव में कुलहस्ते ने कमबैक करते हुए चुनाव जीत गए हैं.

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2024 में बीजेपी मंडला सीट बचाने में सफल रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीती थी, लेकिन 6 बार के सांसद फग्गन सिंह कुहस्ते मंडला लोकसभा क्षेत्र के निवास विधानसभा सीट पर प्रतिद्वंदी चैन सिंह वकरडे के हाथों परास्त हो गए थे.

2024 लोकसभा चुनाव में डिंडौरी विधायक से मात खाएंगे कुलहस्ते?

2024 लोकसभा चुनाव में मंत्री फग्गन सिंह कुहस्ते के सामने कांग्रेस ने इस बार डिंडौरी विधायक (Dindori MLA ) ओमकार सिंह मरकाम को उतारा है. कांग्रेस पहले भी मंडला लोकसभा सीट पर मरकाम को उतार चुकी है और वो कुलहस्ते से हार गए, लेकिन ऐसा क्यों है कि कांग्रेस ने एक हारे हुए खिलाड़ी को कुहस्ते के सामने ला खड़ा किया है.

मंडला सीट में आने वाली 8 विधानसभाओं में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा

मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी की ओर से फग्गन सिंह कुलस्ते कांग्रेस ने डिंडोरी के विधायक ओमकार सिंह मरकाम और बसपा के इंदर सिंह उइके को चुनाव मैदान में हैं. बड़ा फैक्टर यह भी है कि मंडला सीट की 8 विधानसभाओं में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा है जबकि 3 सीटों पर बीजेपी MLA हैं. मंडला में कांग्रेस का दबदबा भी कुलस्ते के लिए खतरा था.

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कांग्रेस का आदिवासी चेहरा मरकाम एग्जिट पोल नतीजे में 6 बार के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को हराने हुए दिख रहे थे, लेकिन प्रदेश के बड़े आदिवासी चेहरों में शुमार कुलस्ते ने जीतकर नई इबारत लिखी है. 

आदिवासी बहुल सीट निवास विधानसभा सीट पर हार बनी थी परेशानी

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में निवास विधानसभा सीट पर भाजपा ने फग्गन सिंह कुलस्ते को उतारा था. चूंकि यह आदिवासी बहुल सीट था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी चैन सिंह वरकडे के हाथों वो हार गए थे. फग्गन सिंह की हार भाजपा के लिए एक झटका था, लेकिन भाजपा ने 6 बार के सांसद पर भऱोसा जताया और कुलस्ते भरोसे पर मुहर लगा दिया.. 

1996 से 2009 तक मंडला सीट से सांसद रहे केंद्रीय मंत्री कुलस्ते 

फग्गन सिंह कुलस्ते 2019 में मंडला से जीतकर संसद पहुंचे थे. इससे पहले 1996 से 2009 तक मंडला लोकसभा संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे कुहस्ते 2012 में राज्यसभा चले गए. 2014 में एक बार फिर से उन्हें मंडला  लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया और उन्होंने लगातार 6वीं बार जीत हासिल की और मध्य प्रदेश की राजनीति में वापस की.

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शिवराज सिंह चौहान की जगह कुलस्ते को मुख्यमंत्री बनाए जाने की थी चर्चा 

एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में चर्चित कुलस्ते केंद्र में ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री हैं. फग्गन सिंह कुलहस्ते का नाम इसलिए भी चर्चा का विषय था, क्योंकि कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान की जगह उन्हें सीएम भी बनाया जा सकता है. हालांकि सारे कयास खारिज हो गए जब भाजपा ने डा. मोहन यादव का नाम सीएम पद के लिए आगे कर दिया.

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