सतना सीट पर कांटें की टक्कर! कांग्रेस Vs BJP में आमने-सामने होंगे सिद्धार्थ कुशवाहा और गणेश सिंह

Lok Sabha Election: सतना जिले के सतना के विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा डब्बू चार महीने बाद एक बार फिर चुनावी मैदान में होंगे. कांग्रेस ने सतना लोकसभा क्षेत्र से सिद्धार्थ को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है. उनका मुकाबला एक बार फिर सांसद व BJP प्रत्याशी गणेश सिंह के साथ होगा. दोनों विधानसभा चुनाव में भी आमने-सामने हो चुके हैं.

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सतना सीट पर कांटें की टक्कर! कांग्रेस Vs BJP में आमने-सामने होंगे सिद्धार्थ कुशवाहा और गणेश सिंह

MP News Today: सतना जिले के सतना के विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा डब्बू चार महीने बाद एक बार फिर चुनावी मैदान में होंगे. कांग्रेस ने सतना लोकसभा क्षेत्र से सिद्धार्थ को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है. उनका मुकाबला एक बार फिर सांसद व BJP प्रत्याशी गणेश सिंह के साथ होगा. दोनों विधानसभा चुनाव में भी आमने-सामने हो चुके हैं. हालांकि इस बार का चुनावी मैदान बड़ा है और इसके लिए सात विधानसभा क्षेत्रों को साधने की जरूरत होगी. जब से BJP ने सतना लोस क्षेत्र से मौजूदा सांसद गणेश सिंह को चुनावी रण में उतारा था. उसके बाद से ही कयासों का दौर शुरू हो गया था कि आखिर वह कौन सा चेहरा हो सकता है जो कि सांसद गणेश सिंह को टक्कर दे सके. आखिर तौर पर कांग्रेस आलाकमान ने दो बार के मौजूदा विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के ऊपर दांव खेला है.

पहली टिकट में बन गए थे विधायक

सिद्धार्थ कुशवाहा पहली बार साल 2018 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे. कांग्रेस ने उन्हें सतना नगर निगम के महापौर पद का भी प्रत्याशी बनाया था....लेकिन वे BJP के योगेश ताम्रकार के मुकाबले लगभग 25 हजार वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे. जिसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे थे कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस चेहरा बदल सकती है मगर न केवल कांग्रेस ने 2023 में भी सिद्धार्थ पर विश्वास जताया बल्कि सिद्धार्थ ने भी चुनावी मैदान में दमखम दिखाया. बेहद रोचक मुकाबले में सिद्धार्थ ने सतना जिले में BJP के सबसे बड़े चेहरे और चार बार के सांसद गणेश सिंह को 4400 वोटों के अंतर से पराजित कर सतना सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार रखा.

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पिता की हार का बदला लेने का मौका

विधायक सिद्धार्थ को OBC वर्ग का बड़ा चेहरा माना जाता है. वे कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं. जातीय वोटों पर भी उनका बड़ा प्रभाव है. बसपा से राजनीति की शुरुआत करने वाले सिद्धार्थ बसपा के वोट बैंक में सेंधमारी करने में भी सक्षम हैं. विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के पिता स्व. सुखलाल कुशवाहा भी सतना सीट से सांसद रह चुके हैं. बसपा प्रत्याशी के तौर पर उन्होंने दिग्गज कांग्रेसी और पूर्व मुख्यमंत्री स्व कुंवर अर्जुन सिंह एंव वीरेन्द्र सकलेचा को चुनाव में पराजित किया था. हालांकि उसके बाद 2009 में भी वे सतना सीट से बसपा के टिकट पर मैदान में उतरे थे लेकिन उस चुनाव में वे गणेश सिंह से हार गए थे. लेकिन इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिद्धार्थ को BJP के गणेश सिंह के सामने उतारा है. लिहाजा पिता की हार का बदला लेने का मौका सिद्धार्थ के पास है.

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खजुराहो से लड़ चुके हैं चुनाव

दो सालों पहले लोकसभा चुनाव में सिद्धार्थ कुशवाहा खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे लेकिन उस दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अब कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर सतना लोकसभा क्षेत्र से उन्हें मैदान में उतारा गया है. बहरहाल, इस चुनाव के परिणाम क्या होंगे यह तो आने वाला समय बताएगा.

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