Rewa Lokayukt Team: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की रीवा लोकायुक्त पुलिस (Rewa Lokayukt Police) ने मंगलवार को मैहर (Maihar) जिले में दस्तक देकर रिश्वतखोर अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ लिया. आरोपी ने नामांतरण के बदले पैसे मांगे थे. पहली किस्त के रूप में 25 हजार रुपये लिए थे वहीं अब 20 हजार रुपए लेते लोकायुक्त पुलिस ने तहसील कार्यालय से पकड़ लिया. आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
ये था पूरा मामला
रिश्वत लेने के मामले में शिकायतकर्ता अनिल कुशवाहा ने बताया कि आरआई राघवेन्द्र सिंह सीमांकन के नाम पर उससे पैसे मांग रहा था. उसने बताया कि इसके लिए पटवारी पहले 25 हजार ले चुके थे. वहीं, 20 हजार रुपये आरआई द्वारा मांगा जा रहा था. मंगलवार को निर्धारित समय पर रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, मामले की जांच जारी है.
राजस्व विभाग में मचा हड़कंप
रीवा लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को जब तहसील कार्यालय मैहर में दस्तक दी, तो राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया. थोड़ी देर के लिए सभी अधिकारी कर्मचारी सकते में आ गए. टीम ने आरआई की जेब से रिश्वत की राशि जब्त करने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए मैहर सर्किट हाउस ले गए. फिलहाल आरोपी से पूरा ब्यौरा मांगा गया है.
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तिलौरा राजस्व मंडल का है प्रभार
आरआई राघवेन्द्र सिंह के पास राजस्व मंडल तिलौरा का प्रभार है. सीमांकन और नामांतरण के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी आम लोगों को किस प्रकार से परेशान करते हैं. लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि आरआई राघवेन्द्र सिंह को पकड़ने के बाद मामले की जांच कराई जा रही है. लोकायुक्त रीवा की टीम ने ट्रेप के दौरान 25 हजार रुपये की राशि पूर्व में ले चुके पटवारी अरूण सिंह हल्का बेड़ा तहसील मैहर को भी आरोपी बनाया है. सीमांकन के नाम पर आरआई और पटवारी दोनों ने मिलकर शिकायतकर्ता से राशि मांगीं थी.
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