Ladli Behna Yojana: मकर संक्रांति पर खुशखबरी! पहली बार महिलाओं के खाते में आएंगे इन योजनाओं का लाभ, सीएम करेंगे 1915 करोड़ ट्रांसफर

Gas Subsidy for Women in MP: एमपी में महिलाओं के खाते में लाडली बहना की 20वीं किस्त के साथ-साथ गैस सब्सिडी को लेकर भी बड़ी सौगात मिलने जा रही है. मकर संक्रांति को देखते हुए भी इस कार्यक्रम के लिए खास तैयारियां की गई है. आइए आपको इसके बारे में अधिक जानकारी देते हैं.

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Ladli Bahna Yojana kist: एमपी की महिलाओं को मिलेगा साल पहला किस्त

MP News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में महिलाओं को दो त्योहारों का एक साथ तोहफा मिलने जा रहा है. युवा दिवस (Yuva Diwas) के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के लिए भी महिलाओं को तोहफा दिया जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) स्वामी विवेकानंद जयंती पर रविवार को दोपहर 1:30 बजे शाजापुर जिले के कालापीपल से प्रदेश की एक करोड़ 27 लाख लाडली बहनों के खाते में 1553 करोड़ रुपये, 55 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राहियों के खाते में 335 करोड़ रुपये और 27 लाख बहनों के खाते में गैस रीफिलिंग के 27 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एक क्लिक से सेंड करेंगे.

जनवरी माह की लाडली बहना किस्त

12 जनवरी को शाजापुर के कालापीपल में मुख्यमंत्री डॉ. यादव लाड़ली बहनों के खातों में जनवरी माह की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित करेंगे. इस अवसर पर पूरे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण पर केन्द्रित सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा. दिनांक 12 जनवरी से 14 जनवरी के मध्य जनकल्याण शिविरों में मकर संक्रांति से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

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मकर संक्रांति का तोहफा

एमपी की लाडली बहनों के खाते में योजना की 20वीं किस्त के साथ ही मकर संक्रांति पर्व जिला स्तर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में महिलाओं को तिल, गुड़, कंगन और सुहाग सामग्री का वितरण किया जाएगा. इसके लिए सीएम मोहन यादव उपस्थित रहेंगे.

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नारी सशक्तिकरण के लिए सरकार की खास तैयारी-सीएम मोहन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ही लाड़ली बहनों को दिए जा रहे अनुदान की राशि में भी वृद्धि की गई थी. बहनों की स्थिति में उत्तरोत्तर उन्नति के उद्देश्य से उद्योग, स्वावलंबन और स्व-सहायता समूह की गतिविधियों जैसे आयाम भी जोड़े जा रहे हैं. रेडीमेड गारमेंट्स सहित अन्य उद्योगों में महिला श्रम आधारित ऐसे कार्य आरंभ किए जा रहे हैं, जिससे महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे और उन्हें बेहतर जीवन का अवसर प्राप्त हो सकेगा. 

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