कुत्ते का सांकेतिक रूप, जमकर फूटा गुस्सा... कांग्रेस पार्षदों ने क्यों किया ऐसा विरोध प्रदर्शन?

MP NEWS: मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में आवारा कुत्तों के आतंक के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने एक अनोखा प्रदर्शन किया. एक व्यक्ति को कुत्ते की वेशभूषा पहनाकर निगम के गेट पर धरना प्रदर्शन किया गया. कांग्रेस नेता दीपक राठौड़ ने आरोप लगाया कि नगर निगम ने आवारा कुत्तों की नसबंदी में भ्रष्टाचार किया है और लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी शहर में कुत्तों की संख्या बढ़ रही है.

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खंडवा में कांग्रेस पार्षदों का प्रदर्शन

MP NEWS: मध्य प्रदेश के  खंडवा में लगातार आवारा कुत्तों के काटने के मामले सामने आ रहे हैं. इसके विरोध में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष ने निगम में कांग्रेस पार्षदो के साथ जाकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध के दौरान कांग्रेस नेता ने अपने साथ सांकेतिक रूप से एक युवक को कुत्ते का मास्क लगाकर अपने साथ लेकर पहुंचे. वहीं मीटिंग में व्यस्त होने के कारण निगम कमिश्नर ज्ञापन लेने नहीं आई तो गुस्साए कांग्रेस पार्षद और विपक्ष के नेता दीपक राठौड़ ने उनके दरवाजे पर ज्ञापन फेंक कर अपना विरोध जताया. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आवारा कुत्तों की नसबंदी में भ्रष्टाचार हुआ है. लाखों रुपए आवारा कुत्तों की नसबंदी में लगे हैं इसके बाद भी इन कुत्तों की संख्या शहर में कैसी बढ़ रही है. 

बता दें कि दो दिन पहले ही खंडवा में 1 मिनट के अंदर 6 लोग स्ट्रीट डॉग बाइट का शिकार हो गए थे. इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. खंडवा में आए दिन लोग कुत्ते के काटने का शिकार हो रहे है. खास कर रात के वक्त ये आवारा कुत्ते ज्यादा आक्रमक हो जाते हैं. इसी बात के विरोध में कांग्रेस नेता और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष दीपक उर्फ मुल्लू राठौर ने नगर निगम में एक अनोखा प्रदर्शन किया है. 

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ऐसे हुआ अनोखा विरोध प्रदर्शन 

दीपक राठौर ने एक व्यक्ति को कुत्ते की वेशभूषा पहना कर निगम के गेट पर धरना प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता दीपक राठौर ने बताया कि पूरा शहर आवारा कुत्तों के आतंक से परेशान है. दो दिन में लगभग 60 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा है. लेकिन नगर निगम का कमिश्नर और प्रशासन इस ओर कोई संज्ञान नहीं ले रहा है. वह नहीं चाहते कि यहां के लोग चैन से अपना जीवन व्यतीत कर सके. उन्होंने कहा कि जब हम यहां ज्ञापन देने पहुंचे हैं . तो वह यहां ज्ञापन लेने भी नहीं पहुंचे. इसी से समझ में आता है कि खंडवा के लोगों के प्रति व्यक्ति जिम्मेदार है. दीपक राठौड़ ने कहा कि 1 साल पहले टेंडर हुआ था. जिसमें इन्होंने 3100 कुत्तों की नसबंदी की थी. जिसमें तकरीबन 35 लख रुपए का खर्च आया था. लेकिन उसके बाद भी शहर में कुत्तों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. एक तरह से यह भी भ्रष्टाचार ही है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आज हम नगर निगम आए हैं हम निगम से यह जानना चाहते कि आखिर कब तक इन आवारा कुत्तों से शहर के लोगों को निजात मिलेगी.

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शहर में कुत्तों का आतंक

दीपक राठौड़ ने कहा कि रात के समय कुत्तों के काटने के मामले बढ़ जाते हैं. रात में बाइक के पीछे कुत्ते दौड़ पड़ते हैं. इससे कई बार बाइक सवार गिरकर घायल हो जाते हैं और उन्हें गंभीर चोटे पहुंचती है. लेकिन निगम के जिम्मेदार अफसर और जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं. उन्हें इन सब से कोई लेना-देना नहीं है. दीपक राठौर ने कहा कि 35 लाख रुपए में इन्होंने सिर्फ भ्रष्टाचार किया है. अगर 35 लाख रुपए मुझे देते तो मैं कुत्तों के लिए कॉलोनी काटता. जिसका एक सुंदर सा नाम रखता ताकि इन्हें भी अच्छा लगता और शहर के लोग भी सुरक्षित रहते.

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क्या बोले निगम के अधिकारी? 

इधर नगर निगम उपायुक्त ने बताया कि नगर निगम इन मुद्दों को लेकर हमेशा तत्पर रहा है विगत साल में 3168 श्वानों की नसबंदी की गई है. हमने विगत 31 दिसंबर तक श्वानों का बधियाकरण किया है. लेकिन अभी निविदा समाप्त हो गई है. इसलिए हम श्वानों का बधियाकरण नहीं कर पा रहे हैं. नया टेंडर जल्द ही जारी की जाएगी. जिसके बाद हम पुनः श्वानों बधियाकरण करने लगेंगे.

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