खंडवा कलेक्टर ने सभी SDM से पेयजल योजना की मांगी रिपोर्ट, राष्ट्रपति अवॉर्ड पर उठे सवालों के बीच लिया फैसला
मध्य प्रदेश का खंडवा जिला बीते दिनों जल संरक्षण (Water Conservation) को लेकर देशभर में प्रथम रहा था, और इसके लिए जिले को राष्ट्रपति से अवॉर्ड भी मिला. लेकिन तब से ही लगातार इस अवॉर्ड पर सवाल उठाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया के साथ ही कुछ डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस अवॉर्ड को लेकर प्रस्तुत किए गए आंकड़ों से जुड़ीं कुछ पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें फेक आंकड़े प्रस्तुत कर अवॉर्ड हासिल करने के आरोप लगाए जा रहे हैं.
वहीं, इस मामले में अब खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने जिले के सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में जल जीवन मिशन (Ja; Jivan Mission) के तहत पूरी हो चुकी पेयजल योजनाओं का निरीक्षण कर उसके संबंध में विस्तृत रिपोर्ट भेजें.
खंडवा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर ने मौजूद सभी राजस्व अधिकारियों से कहा है कि वे अपने तहसील क्षेत्र में जितने भी ठेकेदारों ने जल जीवन मिशन की पेयजल संबंधी योजनाओं में काम किया है. ऐसे हर एक ठेकेदार की कम से कम दो-दो पेयजल योजनाओं का सैंपल निरीक्षण किया जाए और उसकी रिपोर्ट भी भेजी जाए.
लाभान्वित परिवारों से लें राशि
वहीं, जिला कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी बैठक में निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र की पेयजल योजना से लाभान्वित परिवारों से जलकर की राशि पंचायत सचिव के माध्यम से नियमित रूप से वसूल की जाए, ताकि पेयजल योजना संचालन एवं मरम्मत जैसे कार्यों के लिए राशि की आवश्यकता हो तो पंचायत जल कर के रूप में वसूल की गई राशि में से खर्च कर सके.
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यही नहीं, इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना (Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana) के तहत सभी विकासखंडों में चयनित आदर्श ग्रामों में लंबित कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए हैं. वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी रक्तदान शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जाए. इधर बैठक के दौरान बताया गया कि जिले में वर्षा ऋतु के बाद से अब तक 5550 बोरी बंधान संरचनाओं का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है.
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