Indore Kinnar News: मध्य प्रदेश के इंदौर में किन्नरों पर कहर बरप रहा है, जो उनका जीना मुहाल कर रहा है. आखिर फर्जी पत्रकारों के जुल्म-सितम और धमकियों बढ़ने पर सब्र का बांध टूट गया और एक साथ दो दर्जन किन्नरों ने फिनाइल पीकर खुद को मौत के मुंह में डालने का प्रयास किया. यह पीड़ा खुद किन्नरों ने बयां की है.
दरअसल, इंदौर के नंदलालपुरा क्षेत्र में बुधवार देर रात किन्नर समुदाय के कई लोगों ने साथ में फिनाइल पी लिया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई. नंदलालपुरा डेरे के एक कमरे में उन्होंने सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया. इसके बाद सभी किन्नर सड़क पर पहुंचकर हंगामा करने लगे.
NDTV से बातचीत में किन्नरों ने बताया कि सपना हाजी, राजा हाजी, पंकज जैन और अक्षय कुमार रोज़ उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. इसके पहले कई बार पुलिस और प्रशासन के पास शिकायत की गई थी, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला और कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. नेहा ने आरोप लगाते हुए बताया कि पिछले 16 साल से सपना हाजी ने बंदवा मजदूरी कराई. उसने कमाई अपने लिए रखी और जबलपुर में करोड़ों की कोठियां बनाई. वहीं, राजा हाजी के पास 50 लाख की 4 दुकानें हैं.
फर्जी पत्रकार मामले में 3 महीने हो चुके हैं, लेकिन उस समय प्रतिक्रिया न मिलने के कारण किन्नर समाज बचता रहा. उनका कहना है कि जब समाज में पूजा जाने वाले समुदाय के साथ ही यह सब हो, तो लोग क्या सोचेंगे. जब फर्जी पत्रकारों की धमकियां बढ़ने लगीं और सब्र का बांध टूट गया, तब पुलिस के पास FIR दर्ज करवाई गई. किन्नरों ने बताया कि गुरुवार शाम तक यदि गिरफ्तारी नहीं होती है, तो सभी किन्नर प्रशासन के सामने इच्छामृत्यु की मांग रखेंगे.
किन्नरों का विवाद क्या है?
इंदौर के इन किन्नरों का विवाद साल 2009 से चल रहा है. सपना हाजी और दुर्गा हाजी ने पायल और मोईन हत्याकांड करवाया था. डेरे के अंदर गोलियां भी चली थीं. मोईन की मौके पर ही मौत हो गई थी. पायल गुरु को 9 गोलियां और 6 चाकू लगे थे. उनका उपचार 2 महीने चला. बाद में इन लोगों को उम्र कैद हुई, लेकिन सपना हाजी बच गई. सपना लगातार प्रताड़ित करती रही और कमाई का पूरा हिस्सा लेती रही.
क्या बोले कलेक्टर शिवम वर्मा?
इंदौर जिला कलेक्टर शिवम वर्मा ने बताया कि बुधवार देर रात 24 किन्नरों ने फिनाइल पी लिया था. उनकी तबीयत बिगड़ने पर तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. लंबे समय से चल रहे विवाद को लेकर उनसे समझाइश की गई और न्यायिक कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया. वहीं, जिन पत्रकारों का नाम सामने आ रहा है, उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी. ऐसे पत्रकारों पर भी कार्रवाई की जाएगी जिनके पास आईडी नहीं है.
किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि पत्रकार पंकज जैन और अक्षय कुमायू जैसे कुछ लोग पत्रकारिता को बदना कर रहे हैं. ये लोग पत्रकारिता के नाम पर धब्बा हैं. ब्लैकमेल और यौन शोषण करने वालों की जल्द गिरफ्तारी हो.