Indian Railways: बिना टिकट रेल यात्रा करना पड़ सकता है महंगा, यहां एक माह में वसूले जा चुके हैं सवा दो करोड़ रुपये

Indian Railways Latest News: अक्टूबर माह के दौरान भोपाल रेल मंडल की ओर से चलाए गए टिकट जांच अभियान में बिना टिकट यात्रा, अनियमित टिकट और बिना बुक किए सामान लेकर यात्रा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई. इस दौरान 42,544 मामले सामने आए, जिनसे रेलवे ने 2 करोड़ 29 लाख 57,700 रुपये की वसूली की गई.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Indian Railways News: अगर अब ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करते हैं, तो सावधान हो जाएं. दरअसल, भारतीय रेल ने ऐसे यात्रियों के खिलाफ मुहिम छेड़ दिया है. इसी कड़ी में पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल में चलाए गए चेकिंग अभियान में एक माह की अवधि में बिना टिकट, अनुचित टिकट और बिना बुक कराए सामान लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों से सवा दो करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की जा चुकी है. 

अक्टूबर माह के दौरान भोपाल रेल मंडल द्वारा चलाए गए टिकट जांच अभियान में बिना टिकट यात्रा, अनियमित टिकट और बिना बुक किए सामान लेकर यात्रा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की गई. इस अभियान के तहत 42,544 मामले सामने आए, जिनसे रेलवे को 2 करोड़ 29 लाख 57,700 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.

अभियान के प्रमुख आंकड़े:


बिना टिकट यात्रा:

  • 21,833 यात्रियों को पकड़ा गया.
  • इनसे किराया और जुर्माने के रूप में 1 करोड़ 30 लाख 58,445 रुपये वसूले गए.


अनियमित टिकट:

  • 20,396 मामलों में कार्रवाई हुई.
  • इनसे 98 लाख 36,625 रुपये की वसूली की गई.

बिना बुक सामान:

  • 315 यात्रियों को सामान बिना बुक कराए यात्रा करते पकड़ा गया.
  • इनसे 62,630 रुपये का जुर्माना वसूला गया.


यात्रियों के लिए सलाह:
 

  • भोपाल रेल मंडल ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे हमेशा वैध टिकट लेकर ही यात्रा करें.
  • प्रतीक्षा सूची ई-टिकट पर यात्रा करना प्रतिबंधित है.
  • प्लेटफॉर्म टिकट यात्रा के लिए मान्य नहीं है.
  • नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना और अन्य कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.


हाईटेक हुई BJP! भोपाल में पहली बार नियुक्त हुआ व्हाट्सएप प्रमुख, जानें-क्या होगी जिम्मेदारी?
 

यात्रियों से संवाद के लिए रेल चौपाल:

यात्रियों की समस्याओं को समझने और उनके सुझाव प्राप्त करने के लिए भोपाल रेल मंडल द्वारा रेल चौपाल का आयोजन किया जा रहा है. इसमें वरिष्ठ रेलवे अधिकारी विभिन्न स्टेशनों पर जाकर यात्रियों से संवाद करते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं.

झांसी हादसे के बाद एक्शन में आया एमपी का स्वास्थ्य विभाग, निजी और सरकारी अस्पतालों को जारी हुआ नोटिस

 

Advertisement
Topics mentioned in this article