Vidisha में पट्टे की जमीन का अभी कागज भी नहीं बना और तन गई पूरी कॉलोनी, प्रशासन ने कही ये बात

Vidisha Illegal Land Acquisition: विदिशा में लोगों ने एक पट्टे की जमीन पर 9-10 साल से लोग बिना नामांतरण किए रहने को मजबूर हो रहे हैं. मामले में लोगों ने अपनी परेशानी बताई और जिम्मेदारों ने अपनी बात कही.

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अपनी ही जमीन के नामांतरण के लिए 10 साल से परेशान हो रहे लोग

Illegal Land Case in Vidisha: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा से एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. सिरोंज के भोपाल रोड पर पट्टे की जमीनों (Leased Land) पर लोग बिना नामांतरण हुए रहने को मजबूर है. यहां प्लॉट्स की रजिस्ट्री (Plot Registry) तो होती है, लेकिन नामांतरण नहीं होता है. कई लोग इन कॉलोनियों में मकान बनाकर 9-10 साल से रह रहे हैं, लेकिन आज तक उनकी जमीन का नामांतरण नहीं हो पाया है. ऐसे में यहां रहने वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

पट्टे की जमीन पर अवैध रूप से रहने के लिए मजबूर हैं लोग

'कॉलोनाइजर केवल देते हैं आश्वासन'

थन्नूलाल खरे, जो हिल सिटी के निवासी हैं, बताते हैं कि 10 साल हो गए मकान बनाकर रहते हुए, लेकिन नामांतरण नहीं हुआ है. लक्ष्मण नगर के रामबाबू का कहना है कि कॉलोनाइजर ने 30-45 दिन में नामांतरण करवाने का वादा किया था, लेकिन 5 महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसा ही मामला कृष्णा विहार के कुंवरलाल सेन का है, जो 3 साल से मकान बनाकर रह रहे हैं, लेकिन उनके प्लॉट का नामांतरण भी नहीं हुआ.

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जिम्मेदारों ने कही ये बात

यहां के तहसीलदार संजय चौरसिया पूरे मामले पर कहना है कि यहां की अधिकतर कॉलोनियां अवैध हैं. पट्टे की जमीन पर निर्माण के कारण नामांतरण नहीं किया जा सकता है. सिरोंज के उप पंजीयक मनोज कुमार का कहना है कि वे कागजों की जांच के आधार पर रजिस्ट्री करते हैं. नामांतरण का काम तहसील कार्यालय का है. उनके गेट पर 56 अवैध कॉलोनियों की सूची भी चस्पा की गई है. बावजूद इसके, रजिस्ट्रियों का सिलसिला जारी है.

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