Advertisement

सितंबर के बाद पूरी तरह हिंदी में MBBSकी पढ़ाई कर पाएंगे MP के छात्र

मेडिकल की हिंदी पाठ्यपुस्तकों का राज्य स्तरीय वितरण समारोह के अवसर पर सारंग ने आज यहां हमीदिया अस्पताल सभागार में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को मेडिकल की हिंदी पाठ्यपुस्तकों का निःशुल्क वितरण किया और चिकित्सा विद्यार्थियों से संवाद भी किया. सभी विद्यार्थियों ने मेडिकल की हिंदी पाठ्यपुस्तकों को बेहद उपयोगी बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया.

Advertisement
Read Time: 8 mins

देश में पहली बार मध्य प्रदेश में हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने का रास्ता साफ हो गया है. मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुरूवार को जानकारी दी है कि इस साल सितंबर माह तक एमबीबीएस के दूसरे,तीसरे और चौथे साल की भी हिंदी किताबें तैयार हो जायेंगी. इस पाठ्यक्रम के पहले साल की हिंदी की किताबों का विमोचन करने के नौ महीने बाद मध्य प्रदेश सरकार ने अहम ऐलान किया है.

बता दें कि पिछले साल 16 अक्टूबर को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में मध्य प्रदेश में पहली बार हिंदी में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम की शुरूआत की थी और उस दिन हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन हिंदी पुस्तकों एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बायो केमिस्ट्री का विमोचन भी किया था.

मेडिकल की हिंदी किताबों का राज्य स्तरीय वितरण समारोह के अवसर पर सारंग ने आज यहां हमीदिया अस्पताल सभागार में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को मेडिकल की हिंदी पाठ्यपुस्तकों का निःशुल्क वितरण किया और चिकित्सा विद्यार्थियों से संवाद भी किया. सभी विद्यार्थियों ने मेडिकल की हिंदी पाठ्यपुस्तकों को बेहद उपयोगी बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया.

हिंदी में एमबीबीएस 2.0 की शुरूआत हो चुकी है. इसके तहत द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष की पुस्तकों के अनुवाद का काम शुरू हो गया है. अनुवाद के लिए प्रदेश के 13 राजकीय मेडिकल महाविद्यालयों में ‘मंदार' वॉररूम की स्थापना की गई है.

विश्वास सारंग

मंत्री, मध्यप्रदेश

 इस कार्य में पहली बार सॉफ्टवेयर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) का भी उपयोग किया जा रहा है, जिससे इस साल सितंबर माह तक एमबीबीएस की चौथे साल तक की हिंदी पाठ्यपुस्तकें भी उपलब्ध होंगी.'' इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में करने की बात कही थी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी यही बात दोहराई थी.

 

14 सितंबर 2021 को हमने हिंदी में भी मेडिकल की पढ़ाई प्रारंभ करने का संकल्प लिया था. इस पर कई लोगों ने कहा था कि मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में प्रारंभ करना नामुमकिन है. लेकिन हमने इसे एक चुनौती मानकर युद्धस्तर पर कार्य किया.

विश्वास सारंग

मंत्री, मध्यप्रदेश

उन्होंने इस कार्य में जुटे प्रत्येक शख्स की सराहना करते हुए कहा कि प्रयास से ही सफलता मिलती है. उन्होंने कहा, ‘‘हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई' इसका अमिट उदाहरण है, जिससे हिंदी माध्यम के चिकित्सा विद्यार्थियों की राह अब आसान होगी. '' सारंग ने बताया कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीनों पाठ्यपुस्तकों --एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बायो कैमेस्ट्री का हिंदी में रूपांतरण किया गया है तथा इनमें व्यवहारिक पक्ष रखते हुए तकनीकी शब्दों को देवनागरी लिपि में लिखा गया है ताकि विद्यार्थियों को समझने में आसानी हो.

Advertisement

ये भी पढ़ें:-

"अमानवीय, मुख्यमंत्री से बात की": मणिपुर के भयानक वीडियो पर स्मृति ईरानी

मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया, गैंगरेप का आरोप

मणिपुर की महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के VIDEO पर Twitter के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है केंद्र

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे: