रोज नहीं आता Rose Day! 4 गुना तक बढ़ें गुलाबों के भाव, डिमांड व सप्लाई को लेकर दुकानदारों ने ये कहा?

Happy Rose Day 2025: वैलेंटाइन वीक (Valentine Week 2025) की शुरुआत रोज डे ही होती है. सदियों से लाल गुलाब का इस्तेमाल प्यार और रोमांस को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है. यही कारण है कि वे वैलेंटाइन डे पर यह गिफ्ट का एक लोकप्रिय ऑप्शन है. गुलाब देकर लोग बिना शब्दों के भी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं

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Rose Day 2025: हैप्पी रोज डे

Rose Day 2025: वैलेंटाइन वीक (Valentine Week 2025) की शुरुआत रोज डे (Rose Day) से हो चुकी है. पहले दिन कपल एक-दूसरे को गुलाब के फूल (Gulab Ke Phool) देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं. गुलाब (Gulab) के जरिए अपनी भावनाओं को भी शेयर किया जाता है. हर रंग के गुलाब का अपना अलग महत्व है. वैलेंटाइन वीक में गुलाबों की डिमांड और कीमत दोनों में इजाफा देखने को मिलता है. आइए जानते हैं भोपाल के फूलों का दुकान का क्या हाल है? फ्लोरिस्टों का इस साल के ट्रेंड पर क्या कहना है?

Valentine's Special Days: वैलेंटाइन वीक के सभी दिन
Photo Credit: Ajay Kumar Patel

शदियों की वजह से बढ़ी डिमांड, 4 गुना तक कीमतों में उछाल

राजधानी भोपाल के कोलार इलाके में संचालित अभिषेक फ्लोरिस्ट के मालिक बताते हैं कि इस बार फूलों की कीमतों में काफी उछाल है. क्वालिटी और साइज के अनुसार 50-60 रुपए तक भाव पहुंच गया है. जैसे-जैसे मार्केट में खपत होगी फूलों की कीमतों में भी अंतर दिखेगा. 

दुकान मालिक का कहना है कि "इस बार 2 से तीन गुना डिमांड बढ़ी है. ऐसे में बाहर से भी फूलों को मंगवाया गया है. दुकानदार का कहना है कि 70 फीसदी फूलों की डिमांड मध्य प्रदेश के किसानों से ही पूरी हो गई है. लेकिन 30 फीसदी फूल हमें बाहर के सप्लायर्स से मंगवाने पड़े हैं. हमने दिल्ली, बेंगलुरु और महाराष्ट्र से भी गुलाबों काे मंगवाया है." 

Rose Day 2025: रोज डे पर फूलों के दुकानदारों का क्या कहना है?
Photo Credit: Ajay Kumar Patel

वहीं इनके सहयाेगी बताते अक्षय सैनी बताते हैं कि इस बार ट्रेंड में केवल सिंगल फूल या कलियों ही नहीं हैं बल्कि गुलाबों के बुके व कस्टमाइज्ड बंच भी डिमांड में हैं. कपल्स की मांग है कि उनके पार्टनर के हिसाब से पसंदीदा चॉकलेट व छोटे टैडी भी बुके में लगाकर दिए जाएं. बड्स यानी कलियों का चलन अपनी जगह है, लेकिन ये नया ट्रेड भी खूब भा रहा है. कलर्स की बात करें तो हम सबसे ज्यादा लाल गुलाब लेकर आएं है. इसके अलावा पिंक, सफेद व पीले गुलाबों की मांग भी है.

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अक्षय बताते हैं कि हम 15 दिनों तक फूलों को स्टोर कर सकते हैं. लेकिन इन दिनों शादियों की वजह से फूलों की डिमांड काफी बढ़ गई है. पहली बार वैलेंटाइन वीक के दौरान इतनी शादियां पड़ रही हैं. वहीं हम स्कूलों व कॉर्पोरेट्स में भी सप्लाई करते हैं. जिसकी वजह से भी डिमांड पूरी करने में चुनौती है.

Rose Day 2025: रोज डे पर फूलों के दुकानदारों का क्या कहना है?
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दुकान में आए कस्टमर्स का कहना है कि सुबह हमें सही रेट व ताजे फूल मिल जाते हैं लेकिन कई बार शाम होते-होते फूलों की क्वॉलिटी काफी बेकार मिलती है. वहीं अगर फूल खत्म हो जाएं तो 60-70 रुपए में भी एक फूल खरीदने पड़ते हैं.

शाहपुरा इलाके में संचालित साईं कट फ्लावर के संचालक सुनील बताते हैं कि " इस बार सुबह से ही कस्टमर आ रहे हैं. खास तौर पर कॉलेज वाले स्टूडेंट्स हमारे यहां से बड्स ले जा रहे हैं. 3 से 4 गुना तक दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है. हमनें रात को 150 से 200 गुलाबों की कलियों की पैकिंग कर ली थी."

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Rose Day 2025: रोज डे पर फूलों के दुकानदारों का क्या कहना है?
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इवेंट कंपनी वालों ने छोटे दुकानों का बिजनेस मार दिया

भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी और 10 नंबर मार्केट के पास फूलों की दुकान चलाने वाले नरेंद्र प्रजापति का कहना है कि "पिछले कुछ वर्षों से जैसे-जैसे इवेंट कंपनियां हावी हो रही हैं, वैसे-वैसे हमारे काम प्रभावित हो रहे हैं. ये इवेंट कंपनियां पूरे काम का ठेका ले लेती हैं. बल्क में ऑर्डर मार्केट से उठा लेती हैं. ऐसे में हम जैसे दुकानदार बैठे रह जाते हैं. ये कंपनियां हमारा धंधा बिगाड़ रही हैं. हमारे पास ज्यादा पूंजी नहीं रहती है. न ही हम इसको ज्यादा दिनों तक स्टोर कर सकते हैं."

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