Gwalior औद्योगिक कॉन्क्लेव में मिली बड़ी सफलता, एमपी में अदाणी समूह करेगा  3,500 करोड़ रुपये का और निवेश

Adani Group: अदाणी पोर्ट एंड एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने घोषणा की है कि अदाणी समूह मध्य प्रदेश में दो प्रमुख परियोजनाओं में 3,500 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रहा है.

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Gwalior Industrial Conclave: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का क्षेत्रीय औद्योगिक कॉन्क्लेव ग्वालियर (Gwalior Industrial Conclave) में उद्योग जगत की ओर से नौ उद्योगिक क्षेत्रों में गहरी रुचि व्यक्त की गई. ग्वालियर औद्योगिक कॉन्क्लेव के दौरान मुख्य रूप से अदाणी समूह (Adani Group) ने गुना में एक सीमेंट फैक्ट्री, शिवपुरी (Shivpuri) में एक रक्षा प्रणाली फैक्ट्री और बदरवास में एक महिला संचालित जैकेट फैक्ट्री सहित प्रमुख उद्योग स्थापित करने की योजना का खुलासा किया है.

अदाणी पोर्ट एंड एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने घोषणा की है कि अदाणी समूह मध्य प्रदेश में दो प्रमुख परियोजनाओं में 3,500 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रहा है.

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3,500 से अधिक लोगों को मिलेंगे रोजगार

इस मौके पर अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड के एमडी करण अदाणी ने कहा कि आज मुझे दो और परियोजनाओं की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है. अदाणी समूह ने गुना में 2 मिलियन टन की सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई और शिवपुरी में एक अत्याधुनिक प्रोपेलिंग इकाई स्थापित करने की योजना बनाई है. इन दो परियोजनाओं को आकार देने के लिए 3,500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि इससे राज्य में तकरीबन 3,500 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे.

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मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व को सराहा

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश आर्थिक विकास का एक उत्कृष्ट उदाहरण बन रहा है. मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि अदाणी समूह राष्ट्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर इस दृष्टिकोण के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है. मध्य प्रदेश में, हम पहले ही ₹ का निवेश कर चुके हैं. 18,250 करोड़ रुपये और 12,000 नौकरियां पैदा हुईं. ग्वालियर तेजी से एक पर्यटन स्थल बन रहा है. करण ने कहा कि यहां उच्च गुणवत्ता वाली प्रतिभाओं का भंडार है और एक प्रमुख परिवहन केंद्र भी है. ये विकास ग्वालियर को एक प्रमुख आर्थिक केंद्र बना देंगे, जो देश का सबसे बड़ा लघु-हथियार है. संयंत्र और मध्य प्रदेश को छोटे हथियारों के विनिर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित किया है.

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उन्होंने कहा कि देश के सात प्रमुख सड़क गलियारों के साथ या इसके निकट से गुजरने वाले रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ग्वालियर-चंबल क्षेत्र ने उद्योग जगत की रुचि को आकर्षित किया है. इससे पहले, इसी तरह के सम्मेलन जुलाई में जबलपुर और फरवरी में उज्जैन में आयोजित किए गए थे.

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