Gwalior Hospital Incident: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के JARMC मेडिकल कॉलेज में शनिवार रात एक चौंकाने वाली घटना हुई. अस्पताल परिसर में खुलेआम शराब पी रहे दो युवकों को रोकना डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ को भारी पड़ गया. युवकों ने न सिर्फ डीन के साथ गाली-गलौज की, बल्कि डीन के ड्राइवर के साथ हाथापाई भी कर डाली. इस पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामला और गरमाता चला गया.
कैंपस में शराब पीते दिखे युवक
डॉ. आरकेएस धाकड़ रोज की तरह रात में अस्पताल का राउंड ले रहे थे. इसी दौरान उन्हें न्यूरोलॉजी विभाग के पास कुछ युवक शराब पीते हुए मिले. डीन ने उन्हें परिसर से बाहर जाने को कहा और पूछा कि वे अस्पताल में क्यों आए हैं. बस यहीं से विवाद शुरू हो गया.
विरोध करते ही बदमाश हुए आक्रामक
जैसे ही डीन ने उन्हें रोका, आरोपी मोहसिन खान और अनिकेत प्रताप सिंह राठौर गुस्से में आ गए. उन्होंने डीन के साथ बदसलूकी की और तेज आवाज में गाली-गलौज करने लगे. इतने पर भी वे नहीं रुके और धमकी देने लगे कि उन्हें जान से मार देंगे.
ड्राइवर से मारपीट, गाड़ी की चाबी छीनी
स्थिति बिगड़ती देख डीन के ड्राइवर सौरभ कुशवाहा ने बीच बचाव की कोशिश की, लेकिन युवकों ने उसके साथ भी मारपीट की. उन्होंने सरकारी वाहन की चाबी छीन ली और मौके पर खूब हंगामा मचाया. इसी दौरान किसी ने मोबाइल से पूरा घटनाक्रम रिकॉर्ड कर लिया, जिसका वीडियो बाद में वायरल हो गया.
ये भी पढ़ें- Indore Crime: इंदौर फिर शर्मसार; महिला खिलाड़ी से बस में छेड़छाड़, ड्राइवर और क्लीनर फरार
पुलिस मौजूद थी, फिर भी हंगामा जारी
सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम पहुंची. पुलिस के सामने भी आरोपी शांत नहीं हुए. ब्लड सैंपल जांच में साफ हो गया कि दोनों युवक शराब के नशे में थे और अस्पताल परिसर में ही दारू पी रहे थे.
24 घंटे तक FIR न होने पर डॉक्टरों ने दी चेतावनी
घटना के 24 घंटे बाद भी FIR दर्ज न होने से मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन नाराज हो गए. उन्होंने हड़ताल की चेतावनी दी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और मामला दर्ज किया गया. अब दोनों आरोपियों की तलाश जारी है.
ये भी पढ़ें- सरेराह मर्डर! काम पर जा रही युवती को युवक ने रोका, फिर चाकू से किए कई वार; परिजन ने बताई ये वजह
डीन ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
डीन धाकड़ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल परिसर में रात के समय असामाजिक तत्वों की आवाजाही बढ़ गई है. इससे महिला डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा पर खतरा बना रहता है. उन्होंने पुलिस से अस्पताल क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है.