रतलाम में पटरी से उतरी मालगाड़ी, नालों में बह गया हजारों लीटर डीजल, लूटने वालों की मच गई होड़

Rail Accident News: डीजल टैंकर मालगाड़ी के तीन डिब्बे रतलाम रेलवे स्टेशन से कुछ दूर अचानक बेपटरी हो गए. इनमें एक डिब्बा पलट गया, जिससे टैंकर में मौजूद ज्वलनशील पदार्थ डीजल नालों में बह गया, जिसे लूटने के लिए ग्रामीण वहां जमा हो गए और ग्रामीण नालों से डीजल इकट्ठा करने लगे.

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दुर्घटनाग्रस्त रेलगाड़ी

Goods Train Derailed: रतलाम जिले में शुक्रवार को एक बड़ा रेल हादसा उस उक्त टल गया जब रतलाम रेलवे स्टेशन से कुछ दूर डीजल लेकर जा रही एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से नीचे गिर गए. ज्वलनशील डीजल टेंकर के बेपटरी होने से आग लगने का खतरा था, लेकिन गनीमत रही कि हादसा टल गया. हालांकि नालों में बहे हजारों लीटर डीजल को लूटने के लिए आसपास के ग्रामीणों में होड़ मच गई.

डीजल टैंकर मालगाड़ी के तीन डिब्बे रतलाम रेलवे स्टेशन से कुछ दूर अचानक बेपटरी हो गए. इनमें एक डिब्बा पलट गया, जिससे टैंकर में मौजूद ज्वलनशील पदार्थ डीजल नालों में बह गया, जिसे लूटने के लिए ग्रामीण वहां जमा हो गए और ग्रामीण नालों से डीजल इकट्ठा करने लगे.

ज्वलनशील पदार्थ डीजल टैंकर से भरा मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गया

रिपोर्ट के मुताबिक बेपटरी हुआ मालगाड़ी के डिब्बे से भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रिस गया था. वहीं दुर्घटना की वजह से मालगाड़ी दो हिस्सों मे बंट गई, जिससे रतलाम-दिल्ली का डाउन रेल लाइन यातायत पूरी तर ठप हो गया. बेपटरी हुई मालगाड़ी बड़ौदा से चलकर भोपाल की ओर जा रही थी.

ब्रिज से गुजरते समय मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए

बेपटरी हुई मालगाड़ी गुरुवार रात करीब 10 बजे रतलाम स्टेशन से कुछ दूर घटना ब्रिज से गुजर रही थी तभी उसके तीन डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें एक डिब्बा पलट गया. घटना की सूचना मिलते ही मंडल रेल प्रबंधक रजनीश कुमार सहित अन्य अधिकारी दुर्घटना राहत दल के साथ मौके पर पहुंच गए.

हिदायत के बाद ग्रामीणों ने नालों में बहे डीजल भरने लग गए

बताया जाता है कि डिब्बे से रिस रहे ज्वलनशील पदार्थ के आसपास किसी आमजन को नहीं आने दिया गया. रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने लाउडस्पीकर के जरिए बीड़ी-सिगरेट या किसी भी प्रकार के अन्य ज्वलनशील पदार्थों के आसपास इस्तेमाल ना करने की चेतावनी जारी की गई, लेकिन लोगों ने नालों से डीजल भरने से गुरेज नहीं किया.

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पिछले पांच सालों में भारतीय रेलवे के 17 जोन के आंकड़ों के मुताबिक, 200 गंभीर रेल दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें करीब 351 लोगों की मौत हुई है, जबकि दुर्घटनाओं में 970 लोग घायल हो गए हैं.

घंटों बाधित रहा डाउन लाइन, धीमी गति से निकाला गया ट्रेन

रिपोर्ट कहती है कि डीजल के रिसवा से डाउन लाइन यातायात बाधित रहा और अप लाइन से ट्रेनों को काफी धीमी गति से निकाला गया. दुर्घटना के बाद राहत दल के अधिकारियों के मार्गदर्शन में रेल लाइन से दुर्घटनाग्रस्त टैंकर डिब्बों को हटाकर रेल लाइन पर पुनः यातायात बहाल करने का काम किया जा रहा है.

5 सालों में 200 गंभीर रेल दुर्घटनाओं में 351 की हुई मौत

उल्लेखनीय है पिछले पांच सालों में, भारतीय रेलवे के 17 जोन के आंकड़ों के मुताबिक, 200 गंभीर रेल दुर्घटनाओं में 351 लोगों की मौत हो गई और 970 लोग घायल हो गए हैं. भारतीय रेलवे के अनुसार गंभीर ट्रेन दुर्घटना वह हैं, जिसके गंभीर परिणाम होते हैं, जैसे चोट, जान का नुकसान, रेल यातायात में बाधा और रेलवे संपत्ति को नुकसान हो. दुर्घटनाओं में पटरी से उतरना, टक्कर, ट्रेन में आग आदि शामिल हो सकते हैं.

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