Friendship Day 2025: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में फ्रेंडशिप डे के पहले एक शख्स ने अपने 71 वर्षीय जिगरी दोस्त की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए उसकी शव यात्रा में नम आंखों के बीच गाजे-बाजे के साथ नाचते हुए उसे विदा किया. चश्मदीदों ने यह जानकारी दी. भावुक करने वाली यह घटना मंदसौर के जवासिया गांव की है, जहां अंबालाल प्रजापति ने गम के माहौल में अपने जिगरी दोस्त सोहनलाल जैन को नाचते हुए अंतिम विदाई दी. घटना का वीडियो और सोहनलाल की ओर से लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर साझा किया जा रहा है. उपयोगकर्ता इस घटना को दोस्ती की अनूठी मिसाल के रूप में पेश कर रहे हैं.
'मैं मर जाऊं तो रोना मत...'
अंबालाल प्रजापति (51) ने ‘पीटीआई-भाषा' से फोन पर बातचीत में कहा कि सोहनलाल दो साल पहले कैंसर की चपेट में आ गए थे और उन्होंने रतलाम, मंदसौर से लेकर अहमदाबाद तक में इलाज करवाया, लेकिन वह जिंदगी की जंग हार गए. उन्होंने बताया कि वह और सोहनलाल एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त थे और गांव की प्रभात फेरी में साथ-साथ शामिल होते हुए उनका रिश्ता और भी मजबूत हो गया.
प्रजापति ने कहा, “सोहनलाल मुझसे अक्सर कहा करते थे कि मैं मर जाऊं, तो रोना-धोना मत. मेरी अंतिम यात्रा में डांस करना. मैंने अपने मित्र की इच्छा के अनुसार उसकी अंतिम यात्रा में डांस किया.” उन्होंने भावुक लहजे में कहा, “दोस्ती निभानी थी और मैंने उसे अंतिम समय तक निभाई.”
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक उपयोगकर्ता ने यह वीडियो साझा करते हुए लिखा, “दोस्ती की मिसाल. अंतिम यात्रा में नाचा दोस्त, निभाया सोहनलाल से किया आखिरी वादा!”
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